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Ramgopal Yadav In Rajya Sabha

'Ramgopal Yadav In Rajya Sabha' - 3 News Result(s)
  • 'गाजीपुर बॉर्डर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है वो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं', राज्यसभा में मोदी सरकार पर बरसे राम गोपाल यादव

    'गाजीपुर बॉर्डर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है वो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं', राज्यसभा में मोदी सरकार पर बरसे राम गोपाल यादव

    सपा सांसद ने कहा कि आज आज गाजीपुर बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवारें बना दी गई हैं जो पार्लियामेंट की सुरक्षा से भी ज्यादा है. क्या किसान दिल्ली हमला करने आ रहे हैं ? उन्होंने कहा कि गाजीपुर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है, वह पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है. मैंने पाकिस्तान बॉर्डर देखा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उन्होंने कहा कि आप तो वही कहेंगे जो राष्ट्रपति कहेंगे. 

  • Triple Talaq Bill: आसान नहीं राज्यसभा की राह, यह है विपक्षी एकता का गणित...

    Triple Talaq Bill: आसान नहीं राज्यसभा की राह, यह है विपक्षी एकता का गणित...

    राज्यसभा में सोमवार को तीन तलाक संबंधी विधेयक (Triple Talaq Bill) पर चर्चा नहीं हो सकी. कांग्रेस के नेतृत्व में लगभग समूचे विपक्ष ने इसे प्रवर समिति में भेजने की मांग की, वहीं सरकार ने आरोप लगाया कि विपक्ष मुस्लिम महिलाओं के अधिकार से जुड़े इस विधेयक को जानबूझकर लटकाना चाहता है. दोनों पक्षों के अपने-अपने रुख पर कायम रहने के कारण इस पर चर्चा नहीं हो सकी और हंगामे के कारण कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. अब इस विधेयक पर 2 जनवरी को चर्चा होगी. हालांकि लोकसभा में जिस आसानी से यह बिल पास हो गया, राज्यसभा में इसकी राह इतनी आसान नहीं दिख रही. 

  • तीन तलाक बिल पर अब दबाव में मोदी सरकार, राज्यसभा में विपक्षी एकता का यह है गणित

    तीन तलाक बिल पर अब दबाव में मोदी सरकार, राज्यसभा में विपक्षी एकता का यह है गणित

    लोकसभा में तीन तलाक बिल को पास कराने के बाद मोदी सरकार के इरादे बुलंद हैं, मगर राज्यसभा की राह इतनी आसान नहीं दिख रही है. राज्यसभा में यह बिल पास नहीं हो सके, इसके लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है और इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग कर रहा है. तीन तलाक बिल पर कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के सुर भी एक हैं. दोनों पार्टियों का कहना है कि बिल को राज्यसभा में पारित कराने से पहले बिल को ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए. बता दें कि किसी मसले पर जब भी राजनीतिक सहमति बनानी होती है तो ऐसे में उसे ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाता है.

'Ramgopal Yadav In Rajya Sabha' - 3 News Result(s)
  • 'गाजीपुर बॉर्डर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है वो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं', राज्यसभा में मोदी सरकार पर बरसे राम गोपाल यादव

    'गाजीपुर बॉर्डर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है वो पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं', राज्यसभा में मोदी सरकार पर बरसे राम गोपाल यादव

    सपा सांसद ने कहा कि आज आज गाजीपुर बॉर्डर पर कंक्रीट की दीवारें बना दी गई हैं जो पार्लियामेंट की सुरक्षा से भी ज्यादा है. क्या किसान दिल्ली हमला करने आ रहे हैं ? उन्होंने कहा कि गाजीपुर पर जो सुरक्षा व्यवस्था है, वह पाकिस्तान बॉर्डर पर भी नहीं है. मैंने पाकिस्तान बॉर्डर देखा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उन्होंने कहा कि आप तो वही कहेंगे जो राष्ट्रपति कहेंगे. 

  • Triple Talaq Bill: आसान नहीं राज्यसभा की राह, यह है विपक्षी एकता का गणित...

    Triple Talaq Bill: आसान नहीं राज्यसभा की राह, यह है विपक्षी एकता का गणित...

    राज्यसभा में सोमवार को तीन तलाक संबंधी विधेयक (Triple Talaq Bill) पर चर्चा नहीं हो सकी. कांग्रेस के नेतृत्व में लगभग समूचे विपक्ष ने इसे प्रवर समिति में भेजने की मांग की, वहीं सरकार ने आरोप लगाया कि विपक्ष मुस्लिम महिलाओं के अधिकार से जुड़े इस विधेयक को जानबूझकर लटकाना चाहता है. दोनों पक्षों के अपने-अपने रुख पर कायम रहने के कारण इस पर चर्चा नहीं हो सकी और हंगामे के कारण कार्यवाही दो बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गई. अब इस विधेयक पर 2 जनवरी को चर्चा होगी. हालांकि लोकसभा में जिस आसानी से यह बिल पास हो गया, राज्यसभा में इसकी राह इतनी आसान नहीं दिख रही. 

  • तीन तलाक बिल पर अब दबाव में मोदी सरकार, राज्यसभा में विपक्षी एकता का यह है गणित

    तीन तलाक बिल पर अब दबाव में मोदी सरकार, राज्यसभा में विपक्षी एकता का यह है गणित

    लोकसभा में तीन तलाक बिल को पास कराने के बाद मोदी सरकार के इरादे बुलंद हैं, मगर राज्यसभा की राह इतनी आसान नहीं दिख रही है. राज्यसभा में यह बिल पास नहीं हो सके, इसके लिए विपक्ष एकजुट हो रहा है और इसे सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग कर रहा है. तीन तलाक बिल पर कांग्रेस के साथ-साथ समाजवादी पार्टी के सुर भी एक हैं. दोनों पार्टियों का कहना है कि बिल को राज्यसभा में पारित कराने से पहले बिल को ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी के पास भेजा जाना चाहिए. बता दें कि किसी मसले पर जब भी राजनीतिक सहमति बनानी होती है तो ऐसे में उसे ज्वांइट सेलेक्ट कमेटी को भेजा जाता है.