Raghu Thakur
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व्यवस्था को बेहतर करने जो भी लड़ेगा उसे अपमान सहना पड़ेगा : रघु ठाकुर
- Thursday November 14, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
देश और दुनिया की व्यवस्था को बेहतर करने जो भी लड़ेगा उसे अपमान सहना ही पड़ेगा. सुप्रसिद्ध समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने बुधवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए यह बात कही. अवसर रघु ठाकुर की हाल ही में प्रकाशित पुस्तक 'स्वप्न, विकल्प और मार्ग ' के विमोचन -समारोह का था.
- ndtv.in
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सबसे अच्छा वह दिन होगा जब हम अपने दल की सरकार की आलोचना शुरू करेंगे : रघु ठाकुर
- Thursday April 4, 2024
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा कि, आज राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है. आज कोई भी दल ऐसा नहीं है जिसमें आंतरिक लोकतंत्र हो. यह स्थिति लोकतंत्र की समाप्ति और तानाशाही को लाने वाली होती है. लोहिया कहते थे कि आज हम ऐसा समाज बन गए हैं, जहां हम दूसरों की तो आलोचना करते हैं लेकिन आत्मचिंतन नहीं करते. सबसे अच्छा वह दिन होगा जिस दिन हम अपने दल की सरकार की आलोचना शुरू करेंगे.''
- ndtv.in
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व्यवस्था को बेहतर करने जो भी लड़ेगा उसे अपमान सहना पड़ेगा : रघु ठाकुर
- Thursday November 14, 2024
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देश और दुनिया की व्यवस्था को बेहतर करने जो भी लड़ेगा उसे अपमान सहना ही पड़ेगा. सुप्रसिद्ध समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने बुधवार को दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए यह बात कही. अवसर रघु ठाकुर की हाल ही में प्रकाशित पुस्तक 'स्वप्न, विकल्प और मार्ग ' के विमोचन -समारोह का था.
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सबसे अच्छा वह दिन होगा जब हम अपने दल की सरकार की आलोचना शुरू करेंगे : रघु ठाकुर
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समाजवादी चिंतक रघु ठाकुर ने कहा कि, आज राजनीतिक दलों में आंतरिक लोकतंत्र नहीं बचा है. आज कोई भी दल ऐसा नहीं है जिसमें आंतरिक लोकतंत्र हो. यह स्थिति लोकतंत्र की समाप्ति और तानाशाही को लाने वाली होती है. लोहिया कहते थे कि आज हम ऐसा समाज बन गए हैं, जहां हम दूसरों की तो आलोचना करते हैं लेकिन आत्मचिंतन नहीं करते. सबसे अच्छा वह दिन होगा जिस दिन हम अपने दल की सरकार की आलोचना शुरू करेंगे.''
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