Mumbai Noise Pollution
- सब
- ख़बरें
- वीडियो
-
मुंबई के शोरगुल को कम करने के लिए ‘नो हॉर्न प्लीज’, सुमैरा अब्दुलाली से जानें ये क्यों जरूरी?
- Tuesday January 3, 2023
जब पर्यावरणविद् सुमैरा अब्दुलाली ने दो दशक पहले भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ अभियान शुरू किया, तो दोस्तों, परिचितों और यहां तक कि उनके वकीलों ने भी जोर देकर कहा कि यह एक बेवकूफी भरा काम है. सुमैरा कहती हैं, "लोगों ने मुझे बताया कि यह कोशिश करना भी हास्यास्पद है, क्योंकि भारतीयों को शोर पसंद है."
-
ndtv.in
-
अब गाड़ियों के हॉर्न से होने वाले शोर पर नजर, लाउडस्पीकर विवाद के बीच मुंबई पुलिस ने कंपनियों से की यह अपील
- Thursday May 5, 2022
अधिकारी ने कहा, " हमने हाल ही में अलग-अलग ऑटोमोबाइल निर्माताओं के साथ एक बैठक की और ध्वनि प्रदूषण के स्तर में कमी लाने के लिए उन्हें वाहनों के हॉर्न की आवाज कम करने को कहा."
-
ndtv.in
-
मुंबई में दिवाली के दिन पटाखों से ध्वनि प्रदूषण बीते 15 साल में सबसे कम
- Sunday November 15, 2020
दिवाली उत्सव के पहले दिन शनिवार को पटाखे जलाने की निर्धारित अवधि के दौरान मुंबई में पटाखों से होने वाला ध्वनि प्रदूषण गत 15 साल में सबसे निचले स्तर पर रहा. यह दावा एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने किया है. आवाज फाउंडेशन संस्थापक सुमैरा अब्दुलाली ने ‘पीटीआई-भाषा’ से रविवार को कहा कि शोर के कम स्तर का श्रेय राज्य सरकार द्वारा पटाखा जलाने के लिए जारी सख्त दिशानिर्देशों और नागरिकों के बीच बढ़ती जागरूकता को जाता है.
-
ndtv.in
-
मुंबई में ध्वनि प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, डांडिया से अब क्या दिक्कत हो गई
- Saturday September 23, 2017
मुंबई में ध्वनि प्रदूषण मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इतने सालों से डांडिया चला आ रहा है, लेकिन अभी तक कोई दिक्कत नहीं हुई अब क्या दिक्कत हो गई? सुप्रीम कोर्ट ने ये टिप्पणी उस अर्जी पर सुनवाई के दौरान की जिसमें मांग की गई थी सुप्रीम कोर्ट बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर लगी रोक को हटाए.
-
ndtv.in
-
दीवाली के बाद मुंबई में वायु प्रदूषण का बुरा हाल
- Tuesday November 1, 2016
दीवाली की रौनक ख़त्म होने के बाद उससे जुड़ी परेशानियां सामने आती हैं. वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के चलते हर साल की तरह इसा साल भी मुंबईवासी परेशान नज़र आये. दीवाली के पटाखे रौशनी के साथ धुआं और शोर लेकर आये.
-
ndtv.in
-
मुंबई के शोरगुल को कम करने के लिए ‘नो हॉर्न प्लीज’, सुमैरा अब्दुलाली से जानें ये क्यों जरूरी?
- Tuesday January 3, 2023
जब पर्यावरणविद् सुमैरा अब्दुलाली ने दो दशक पहले भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में ध्वनि प्रदूषण के खिलाफ अभियान शुरू किया, तो दोस्तों, परिचितों और यहां तक कि उनके वकीलों ने भी जोर देकर कहा कि यह एक बेवकूफी भरा काम है. सुमैरा कहती हैं, "लोगों ने मुझे बताया कि यह कोशिश करना भी हास्यास्पद है, क्योंकि भारतीयों को शोर पसंद है."
-
ndtv.in
-
अब गाड़ियों के हॉर्न से होने वाले शोर पर नजर, लाउडस्पीकर विवाद के बीच मुंबई पुलिस ने कंपनियों से की यह अपील
- Thursday May 5, 2022
अधिकारी ने कहा, " हमने हाल ही में अलग-अलग ऑटोमोबाइल निर्माताओं के साथ एक बैठक की और ध्वनि प्रदूषण के स्तर में कमी लाने के लिए उन्हें वाहनों के हॉर्न की आवाज कम करने को कहा."
-
ndtv.in
-
मुंबई में दिवाली के दिन पटाखों से ध्वनि प्रदूषण बीते 15 साल में सबसे कम
- Sunday November 15, 2020
दिवाली उत्सव के पहले दिन शनिवार को पटाखे जलाने की निर्धारित अवधि के दौरान मुंबई में पटाखों से होने वाला ध्वनि प्रदूषण गत 15 साल में सबसे निचले स्तर पर रहा. यह दावा एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने किया है. आवाज फाउंडेशन संस्थापक सुमैरा अब्दुलाली ने ‘पीटीआई-भाषा’ से रविवार को कहा कि शोर के कम स्तर का श्रेय राज्य सरकार द्वारा पटाखा जलाने के लिए जारी सख्त दिशानिर्देशों और नागरिकों के बीच बढ़ती जागरूकता को जाता है.
-
ndtv.in
-
मुंबई में ध्वनि प्रदूषण पर सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पूछा, डांडिया से अब क्या दिक्कत हो गई
- Saturday September 23, 2017
मुंबई में ध्वनि प्रदूषण मामले की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इतने सालों से डांडिया चला आ रहा है, लेकिन अभी तक कोई दिक्कत नहीं हुई अब क्या दिक्कत हो गई? सुप्रीम कोर्ट ने ये टिप्पणी उस अर्जी पर सुनवाई के दौरान की जिसमें मांग की गई थी सुप्रीम कोर्ट बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश पर लगी रोक को हटाए.
-
ndtv.in
-
दीवाली के बाद मुंबई में वायु प्रदूषण का बुरा हाल
- Tuesday November 1, 2016
दीवाली की रौनक ख़त्म होने के बाद उससे जुड़ी परेशानियां सामने आती हैं. वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण के चलते हर साल की तरह इसा साल भी मुंबईवासी परेशान नज़र आये. दीवाली के पटाखे रौशनी के साथ धुआं और शोर लेकर आये.
-
ndtv.in