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गुजरात से UP के लिए निकली बस को बॉर्डर पर रोका गया, नाराज मजदूरों ने पुलिस पर किया पथराव
- Sunday May 3, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: नितेश श्रीवास्तव
वाघोडिया पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा,उत्तर प्रदेश जाने के लिए वैध पास ना होने के कारण बसों को रोक दिया गया था. कुछ मजदूरों ने इसका विरोध करते हुए पत्थर फेंके और हमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्की लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा. उन्होंने कहा कि भादसं की धाराओं और आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत अज्ञात व्यक्तियों पर दंगा, गैरकानूनी जमावड़ा और हमला करने के आरोप लगाए गए हैं लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
- ndtv.in
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महाराष्ट्र से साइकिल लेकर उत्तर प्रदेश के लिए निकला मजदूर, 350 किलोमीटर चला और हो गई मौत
- Saturday May 2, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: राहुल सिंह
उसके समूह के रमेश कुमार गोंड बताते हैं कि भिवंडी में पॉवर-लूम यूनिट में सभी की नौकरी चली गई. उनके पास घर लौटने के सिवा कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने कहा, 'हमारे पास न पैसे थे और न ही खाना था, तो हमने तय किया कि हम साइकिल से महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) जाएंगे. जब हम 350 किलोमीटर चल चुके थे तो तबरक की तबीयत बिगड़ गई.'
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गुजरात से UP के लिए निकली बस को बॉर्डर पर रोका गया, नाराज मजदूरों ने पुलिस पर किया पथराव
- Sunday May 3, 2020
- Reported by: भाषा, Edited by: नितेश श्रीवास्तव
वाघोडिया पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा,उत्तर प्रदेश जाने के लिए वैध पास ना होने के कारण बसों को रोक दिया गया था. कुछ मजदूरों ने इसका विरोध करते हुए पत्थर फेंके और हमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए हल्की लाठी चार्ज का सहारा लेना पड़ा. उन्होंने कहा कि भादसं की धाराओं और आपदा प्रबंधन अधिनियम के प्रावधानों के तहत अज्ञात व्यक्तियों पर दंगा, गैरकानूनी जमावड़ा और हमला करने के आरोप लगाए गए हैं लेकिन कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.
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महाराष्ट्र से साइकिल लेकर उत्तर प्रदेश के लिए निकला मजदूर, 350 किलोमीटर चला और हो गई मौत
- Saturday May 2, 2020
- Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: राहुल सिंह
उसके समूह के रमेश कुमार गोंड बताते हैं कि भिवंडी में पॉवर-लूम यूनिट में सभी की नौकरी चली गई. उनके पास घर लौटने के सिवा कोई रास्ता नहीं था. उन्होंने कहा, 'हमारे पास न पैसे थे और न ही खाना था, तो हमने तय किया कि हम साइकिल से महाराजगंज (उत्तर प्रदेश) जाएंगे. जब हम 350 किलोमीटर चल चुके थे तो तबरक की तबीयत बिगड़ गई.'
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