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Manto Movie Review

'Manto Movie Review' - 2 News Result(s)
  • फिल्मों में झलकते राजनीतिक आशय

    फिल्मों में झलकते राजनीतिक आशय

    'स्त्री', 'सुई-धागा' और 'मंटो', इन तीनों फिल्मों में एक बात जो एक-सी है, वह है - नारी की शक्ति और उसके अधिकारों की स्वीकृति. 'स्त्री' भले ही एक कॉमेडी थ्रिलर है, लेकिन उसमें स्त्री के सम्मान और शक्ति को लेकर समाज की जितनी महीन एवं गहरी परतें मिलती हैं, वह अद्भुत है. यही कारण है कि भूत-प्रेत जैसी अत्यंत अविश्वसनीय कथा होने के बावजूद उसने जबर्दस्त कलेक्शन किए.

  • Manto Movie Review: 'गजब' मंटो की 'अजब' जिंदगी के अफसाने में 'बेमिसाल' नवाजुद्दीन सिद्दीकी

    Manto Movie Review: 'गजब' मंटो की 'अजब' जिंदगी के अफसाने में 'बेमिसाल' नवाजुद्दीन सिद्दीकी

    Manto Movie Review: नवाजुद्दीन सिद्दीकी की 'मंटो (Manto)' एक रूटीन बायोपिक से हटकर है, और मंटो प्रेमियों के लिए मंटो के जिंदगी और मनोदशा को समझने का सटीक माध्यम बनती है. नंदिता दास ने मंटो की इस बायोपिक को पूरी ईमानदारी के साथ बनाया है.

'Manto Movie Review' - 2 News Result(s)
  • फिल्मों में झलकते राजनीतिक आशय

    फिल्मों में झलकते राजनीतिक आशय

    'स्त्री', 'सुई-धागा' और 'मंटो', इन तीनों फिल्मों में एक बात जो एक-सी है, वह है - नारी की शक्ति और उसके अधिकारों की स्वीकृति. 'स्त्री' भले ही एक कॉमेडी थ्रिलर है, लेकिन उसमें स्त्री के सम्मान और शक्ति को लेकर समाज की जितनी महीन एवं गहरी परतें मिलती हैं, वह अद्भुत है. यही कारण है कि भूत-प्रेत जैसी अत्यंत अविश्वसनीय कथा होने के बावजूद उसने जबर्दस्त कलेक्शन किए.

  • Manto Movie Review: 'गजब' मंटो की 'अजब' जिंदगी के अफसाने में 'बेमिसाल' नवाजुद्दीन सिद्दीकी

    Manto Movie Review: 'गजब' मंटो की 'अजब' जिंदगी के अफसाने में 'बेमिसाल' नवाजुद्दीन सिद्दीकी

    Manto Movie Review: नवाजुद्दीन सिद्दीकी की 'मंटो (Manto)' एक रूटीन बायोपिक से हटकर है, और मंटो प्रेमियों के लिए मंटो के जिंदगी और मनोदशा को समझने का सटीक माध्यम बनती है. नंदिता दास ने मंटो की इस बायोपिक को पूरी ईमानदारी के साथ बनाया है.