India | Reported by: ANI, Translated by: पवन पांडे |रविवार सितम्बर 13, 2020 12:17 PM IST लौंगी भुइयां ने बताया, "पिछले 30 सालों से, मैं अपने मवेशियों को लेकर जंगल जाता और नहर खोदने का काम करता. कोई भी मेरे इस प्रयास में शामिल नहीं हुआ... गांव के लोगों को अजीविका कमाने के लिए शहर जाना पड़ रहा है, लेकिन मैंने यहीं रहने का फैसला किया."