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Lord Kartikeya

'Lord Kartikeya' - 7 News Result(s)
  • आज मनाई जा रही स्कंद षष्ठी, जानिए पूजा का महत्व और पूजन की विधि

    आज मनाई जा रही स्कंद षष्ठी, जानिए पूजा का महत्व और पूजन की विधि

    स्कंद षष्ठी व्रत दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक माना गया है. इस बार स्कंद षष्ठी 13 मई, 2024 को पड़ रही है. आइए जानते हैं इस व्रत का शुभ मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में.

  • Masik Karthigai: जानिए मासिक कार्तिगाई पर कैसे शुरू हुई महादीप प्रज्जवलित करने की पंरपरा

    Masik Karthigai: जानिए मासिक कार्तिगाई पर कैसे शुरू हुई महादीप प्रज्जवलित करने की पंरपरा

    कार्तिगाई दीपम (Masik Karthigai) पर भगवान शिव (Lord Shiva) के इसी ज्योति स्वरूप का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि मासिक कार्तिगाई दक्षिण भारत में मनाए जाने वाला सबसे पुराना पर्व है. इस उत्सव को कार्तिकाई बह्मोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. चलिए जानते हैं कि कार्तिगाई दीपम पर क्यों कि जाती है शिव के ज्योति स्वरूप की पूजा और क्या है इसका महत्व.

  • Masik Karthigai 2022: कब है मासिक कार्तिगाई दीपम, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

    Masik Karthigai 2022: कब है मासिक कार्तिगाई दीपम, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

    हर माह दक्षिण भारत में कार्तिगाई दीपम मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव शंकर और भगवान मुरुगन की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है.  इस दिन तिल के तेल या घी का दीपक जलाने की परंपरा है. आइए जानते हैं मासिक कार्तिगाई दीपम की पूजा की तिथि, शुभ मुहर्त और विधि.

  • कब है स्कन्द षष्ठी, जानिए भगवान कार्तिकेय की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

    कब है स्कन्द षष्ठी, जानिए भगवान कार्तिकेय की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

    kanda Sashti 2022: स्कंद षष्ठी का व्रत भक्त भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) को समर्पित माना जाता है. स्कन्द षष्ठी दक्षिणी भारत में मनाये जाने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है. स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय का विधि-विधान से पूजन किया जाता है. आइए जानते हैं स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा का महत्व, शुभ मुहूर्त, मंत्र और पूजा विधि.

  • स्कंद षष्टी के दिन होती है भगवान कार्तिकेय की पूजा, जानें पूजा विधि

    स्कंद षष्टी के दिन होती है भगवान कार्तिकेय की पूजा, जानें पूजा विधि

    शास्त्रों के अनुसार, षष्ठी तिथि को कार्तिकेय भगवान जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान कार्तिकेय का  विधि-विधान से पूजन और व्रत करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. यह व्रत संतान षष्ठी नाम से भी जाना जाता है. 

  • इन 5 पवित्र स्थलों के द्वार महिलाओं के लिए आज भी है BAN

    इन 5 पवित्र स्थलों के द्वार महिलाओं के लिए आज भी है BAN

    केरल के सबसे प्रसिद्ध और विवादित सबरीमाला मंदिर में औरतों के प्रेवश को लेकर सुनवाई हो चुकी है. अब इस मंदिर में हर उम्र की महिलाएं प्रवेश कर सकेंगी.

  • तेरह अप्रैल से खुलेंगे भरमौर-कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट, नहीं दी जाएगी पशुबलि

    तेरह अप्रैल से खुलेंगे भरमौर-कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट, नहीं दी जाएगी पशुबलि

    हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट इस महीने की 13 अप्रैल से खुलेंगे। परंपरा के अनुसार, कपाट खुलने से पहले की रात यानी 12 अप्रैल को जागरण होगा, फिर उसके अगले दिन विधिवत कपाट खोले जाएंगे।

'Lord Kartikeya' - 7 News Result(s)
  • आज मनाई जा रही स्कंद षष्ठी, जानिए पूजा का महत्व और पूजन की विधि

    आज मनाई जा रही स्कंद षष्ठी, जानिए पूजा का महत्व और पूजन की विधि

    स्कंद षष्ठी व्रत दक्षिण भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक माना गया है. इस बार स्कंद षष्ठी 13 मई, 2024 को पड़ रही है. आइए जानते हैं इस व्रत का शुभ मुहूर्त और इसके महत्व के बारे में.

  • Masik Karthigai: जानिए मासिक कार्तिगाई पर कैसे शुरू हुई महादीप प्रज्जवलित करने की पंरपरा

    Masik Karthigai: जानिए मासिक कार्तिगाई पर कैसे शुरू हुई महादीप प्रज्जवलित करने की पंरपरा

    कार्तिगाई दीपम (Masik Karthigai) पर भगवान शिव (Lord Shiva) के इसी ज्योति स्वरूप का पूजन किया जाता है. मान्यता है कि मासिक कार्तिगाई दक्षिण भारत में मनाए जाने वाला सबसे पुराना पर्व है. इस उत्सव को कार्तिकाई बह्मोत्सव के नाम से भी जाना जाता है. चलिए जानते हैं कि कार्तिगाई दीपम पर क्यों कि जाती है शिव के ज्योति स्वरूप की पूजा और क्या है इसका महत्व.

  • Masik Karthigai 2022: कब है मासिक कार्तिगाई दीपम, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

    Masik Karthigai 2022: कब है मासिक कार्तिगाई दीपम, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा की विधि

    हर माह दक्षिण भारत में कार्तिगाई दीपम मनाया जाता है. इस दिन भगवान शिव शंकर और भगवान मुरुगन की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की जाती है.  इस दिन तिल के तेल या घी का दीपक जलाने की परंपरा है. आइए जानते हैं मासिक कार्तिगाई दीपम की पूजा की तिथि, शुभ मुहर्त और विधि.

  • कब है स्कन्द षष्ठी, जानिए भगवान कार्तिकेय की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

    कब है स्कन्द षष्ठी, जानिए भगवान कार्तिकेय की पूजा का शुभ मुहूर्त और विधि

    kanda Sashti 2022: स्कंद षष्ठी का व्रत भक्त भगवान शिव के ज्येष्ठ पुत्र भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) को समर्पित माना जाता है. स्कन्द षष्ठी दक्षिणी भारत में मनाये जाने वाला एक बहुत ही महत्वपूर्ण पर्व है. स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय का विधि-विधान से पूजन किया जाता है. आइए जानते हैं स्कन्द षष्ठी के दिन भगवान कार्तिकेय की पूजा का महत्व, शुभ मुहूर्त, मंत्र और पूजा विधि.

  • स्कंद षष्टी के दिन होती है भगवान कार्तिकेय की पूजा, जानें पूजा विधि

    स्कंद षष्टी के दिन होती है भगवान कार्तिकेय की पूजा, जानें पूजा विधि

    शास्त्रों के अनुसार, षष्ठी तिथि को कार्तिकेय भगवान जन्म हुआ था, इसलिए इस दिन उनकी पूजा का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन भगवान कार्तिकेय का  विधि-विधान से पूजन और व्रत करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. यह व्रत संतान षष्ठी नाम से भी जाना जाता है. 

  • इन 5 पवित्र स्थलों के द्वार महिलाओं के लिए आज भी है BAN

    इन 5 पवित्र स्थलों के द्वार महिलाओं के लिए आज भी है BAN

    केरल के सबसे प्रसिद्ध और विवादित सबरीमाला मंदिर में औरतों के प्रेवश को लेकर सुनवाई हो चुकी है. अब इस मंदिर में हर उम्र की महिलाएं प्रवेश कर सकेंगी.

  • तेरह अप्रैल से खुलेंगे भरमौर-कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट, नहीं दी जाएगी पशुबलि

    तेरह अप्रैल से खुलेंगे भरमौर-कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट, नहीं दी जाएगी पशुबलि

    हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले में ट्रेकिंग के लिए प्रसिद्ध कुगती के कार्तिक स्वामी मंदिर के कपाट इस महीने की 13 अप्रैल से खुलेंगे। परंपरा के अनुसार, कपाट खुलने से पहले की रात यानी 12 अप्रैल को जागरण होगा, फिर उसके अगले दिन विधिवत कपाट खोले जाएंगे।

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