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Internal Job Opportunity

'Internal Job Opportunity' - 2 News Result(s)
  • 50 हजार ग्रेजुएट्स को उनकी पहली नौकरी पाने में मदद करेगा इंटर्नशाला

    50 हजार ग्रेजुएट्स को उनकी पहली नौकरी पाने में मदद करेगा इंटर्नशाला

    इंटर्नशिप और ऑनलाइन ट्रेनिंग प्लैटफॉर्म इंटर्नशाला ने ग्रैजुएट्स को अपना करियर बनाने में मदद करने के लिए पहल शुरू की है. इस कैंपेन का नाम 'इंडिया एंप्लॉयड' रखा गया है. हर साल हमारे देश के कई कॉलेजों से लाखों छात्र ग्रैजुएट होकर निकलते हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ 8-10 फीसद छात्रों को ही जॉब ऑफर मिल पाता है. इंटर्नशाला प्लेटफॉर्म ने इस चीज को ध्यान में रखते हुए बाकी नौकरी की तलाश में जुटे ग्रैजुएट्स को अपना करियर बनाने में मदद के लिए इंटर्नशिप करवाने का फैसला लिया है.

  • अगर कंपनी के भीतर ही निकले जॉब, तो अप्लाई करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

    अगर कंपनी के भीतर ही निकले जॉब, तो अप्लाई करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

    बहुत बार ऐसा होता है कि आपको अपनी कंपनी तो बहुत पसंद होती है लेकिन अपनी जॉब व डिपार्टमेंट नहीं. ऐसी स्थिति में आपको वर्क सैटिस्फेक्शन नहीं मिल पाता. आप कंपनी के भीतर ही किसी अन्य डिपार्टमेंट में जॉब तलाशने लगते हैं जहां के काम में आपकी दिलचस्पी है.

'Internal Job Opportunity' - 2 News Result(s)
  • 50 हजार ग्रेजुएट्स को उनकी पहली नौकरी पाने में मदद करेगा इंटर्नशाला

    50 हजार ग्रेजुएट्स को उनकी पहली नौकरी पाने में मदद करेगा इंटर्नशाला

    इंटर्नशिप और ऑनलाइन ट्रेनिंग प्लैटफॉर्म इंटर्नशाला ने ग्रैजुएट्स को अपना करियर बनाने में मदद करने के लिए पहल शुरू की है. इस कैंपेन का नाम 'इंडिया एंप्लॉयड' रखा गया है. हर साल हमारे देश के कई कॉलेजों से लाखों छात्र ग्रैजुएट होकर निकलते हैं, लेकिन उनमें से सिर्फ 8-10 फीसद छात्रों को ही जॉब ऑफर मिल पाता है. इंटर्नशाला प्लेटफॉर्म ने इस चीज को ध्यान में रखते हुए बाकी नौकरी की तलाश में जुटे ग्रैजुएट्स को अपना करियर बनाने में मदद के लिए इंटर्नशिप करवाने का फैसला लिया है.

  • अगर कंपनी के भीतर ही निकले जॉब, तो अप्लाई करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

    अगर कंपनी के भीतर ही निकले जॉब, तो अप्लाई करने से पहले इन 5 बातों का रखें ध्यान

    बहुत बार ऐसा होता है कि आपको अपनी कंपनी तो बहुत पसंद होती है लेकिन अपनी जॉब व डिपार्टमेंट नहीं. ऐसी स्थिति में आपको वर्क सैटिस्फेक्शन नहीं मिल पाता. आप कंपनी के भीतर ही किसी अन्य डिपार्टमेंट में जॉब तलाशने लगते हैं जहां के काम में आपकी दिलचस्पी है.