Gyanpeeth Award
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साहित्य के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार लेखिका कृष्णा सोबती
- Friday November 3, 2017
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने देश का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 2017 के लिए हिन्दी की लब्धप्रतिष्ठित लेखिका कृष्णा सोबती को प्रदान किया जायेगा.
- ndtv.in
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ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता ओएनवी कुरूप नहीं रहे, कुछ समय से चल रहे थे बीमार
- Sunday February 14, 2016
- Edited by: Bhasha
ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात मलयालम कवि, गीतकार और पर्यावरणविद ओएनवी कुरूप का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 84 साल के थे।
- ndtv.in
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ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता चौधरी का मत, पुरस्कार वापसी अपरिपक्व कदम
- Wednesday December 30, 2015
- Edited by: Bhasha
दिग्गज गुजराती साहित्यकार और इस साल के ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता रघुवीर चौधरी ने ‘देश में बढ़ती असहिष्णुता’ को लेकर कुछ अग्रणी लेखकों द्वारा पुरस्कार लौटाने को ‘अपरिपवक्व कदम’ करार दिया और कहा कि इन लेखकों का विरोध करने का तरीका ‘उचित नहीं था।’
- ndtv.in
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हिंदी के रचनाकार केदारनाथ सिंह को मिला देश का सर्वोच्च साहित्य सम्मान
- Friday June 20, 2014
- Bhasha
केदार जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के ग्राम चकिया में वर्ष 1934 में हुआ था। उनकी प्रमुख कृतियों में 'अभी बिल्कुल अभी', 'जमीन पक रही है', 'यहां से देखो', 'अकाल में सारस', 'बाघ', 'सृष्टि पर पहरा', 'मेरे समय के शब्द', 'कल्पना और छायावाद' और 'टॉलस्टॉय और साइकिल’ आदि शामिल हैं।
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साहित्य के क्षेत्र में देश का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार लेखिका कृष्णा सोबती
- Friday November 3, 2017
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साहित्य के क्षेत्र में दिया जाने देश का सर्वोच्च सम्मान ज्ञानपीठ पुरस्कार वर्ष 2017 के लिए हिन्दी की लब्धप्रतिष्ठित लेखिका कृष्णा सोबती को प्रदान किया जायेगा.
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ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता ओएनवी कुरूप नहीं रहे, कुछ समय से चल रहे थे बीमार
- Sunday February 14, 2016
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ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित प्रख्यात मलयालम कवि, गीतकार और पर्यावरणविद ओएनवी कुरूप का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 84 साल के थे।
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ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता चौधरी का मत, पुरस्कार वापसी अपरिपक्व कदम
- Wednesday December 30, 2015
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दिग्गज गुजराती साहित्यकार और इस साल के ज्ञानपीठ पुरस्कार विजेता रघुवीर चौधरी ने ‘देश में बढ़ती असहिष्णुता’ को लेकर कुछ अग्रणी लेखकों द्वारा पुरस्कार लौटाने को ‘अपरिपवक्व कदम’ करार दिया और कहा कि इन लेखकों का विरोध करने का तरीका ‘उचित नहीं था।’
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हिंदी के रचनाकार केदारनाथ सिंह को मिला देश का सर्वोच्च साहित्य सम्मान
- Friday June 20, 2014
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केदार जी का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के ग्राम चकिया में वर्ष 1934 में हुआ था। उनकी प्रमुख कृतियों में 'अभी बिल्कुल अभी', 'जमीन पक रही है', 'यहां से देखो', 'अकाल में सारस', 'बाघ', 'सृष्टि पर पहरा', 'मेरे समय के शब्द', 'कल्पना और छायावाद' और 'टॉलस्टॉय और साइकिल’ आदि शामिल हैं।
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