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Engineers Day 2020

'Engineers Day 2020' - 3 News Result(s)
  • पृथ्वी ने 24 घंटे से कम समय में घूम कर सबसे छोटे दिन का रिकॉर्ड बनाया

    पृथ्वी ने 24 घंटे से कम समय में घूम कर सबसे छोटे दिन का रिकॉर्ड बनाया

    2020 में पृथ्वी ने अपना सबसे छोटा महीना देखा जो 1960 के दशक के बाद दर्ज किया गया है. उस वर्ष 19 जुलाई को, अब तक का सबसे छोटा समय मापा गया था. यह सामान्य 24-घंटे के दिन से 1.47 मिलीसेकंड छोटा था.

  • Engineers Day 2020: इंजीनियर्स डे के मौके पर जानिए कौन से हैं भारत के टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज

    Engineers Day 2020: इंजीनियर्स डे के मौके पर जानिए कौन से हैं भारत के टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज

    Happy Engineers Day 2020: आज इंजीनियर्स डे है. हर साल 15 सितंबर को एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) की जयंती के मौके पर इंजीनियर्स डे (Engineers Day 2020) मनाया जाता है. विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) पूरी दुनिया के इंजीनियर्स के लिए मिसाल हैं. विश्वेश्वरैया ने कई महत्वपूर्ण कार्यों जैसे नदियों के बांध, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम आदि को कामयाब बनाने में भी अविस्‍मरणीय योगदान दिया है. एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) को साल 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. आइए इंजीनिर्स डे के मौके पर आपको बताते हैं साल 2020 के टॉप 10 इंजीनिरिंग कॉलेजों के बारे में जिसमें आप एडमिशन लेकर काबिल इंजीनियर बन सकते हैं.

  • Engineers Day 2020: भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया की जयंती पर क्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स डे? जानिए

    Engineers Day 2020: भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया की जयंती पर क्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स डे? जानिए

    Happy Engineers Day 2020: एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) की जयंती के मौके पर हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे (Engineers Day 2020) मनाया जाता है. विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) पूरी दुनिया के इंजीनियर्स के लिए मिसाल हैं. एम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर के कोलार जिले स्थित चिक्काबल्लापुर तालुक में एक तेलुगु परिवार में हुआ था. उनके पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेद चिकित्सक थे. विश्वेश्वरैया की मां का नाम वेंकाचम्मा था. एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) को साल 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, क्योंकि उनके प्रयासों से ही कृष्णराज सागर बांध, भद्रावती आयरन एंड स्टील वर्क्स, मैसूर संदल आइल एंड सोप फैक्टरी, मैसूर विश्‍वविद्यालय, बैंक ऑफ मैसूर का निर्माण हो पाया.

'Engineers Day 2020' - 3 News Result(s)
  • पृथ्वी ने 24 घंटे से कम समय में घूम कर सबसे छोटे दिन का रिकॉर्ड बनाया

    पृथ्वी ने 24 घंटे से कम समय में घूम कर सबसे छोटे दिन का रिकॉर्ड बनाया

    2020 में पृथ्वी ने अपना सबसे छोटा महीना देखा जो 1960 के दशक के बाद दर्ज किया गया है. उस वर्ष 19 जुलाई को, अब तक का सबसे छोटा समय मापा गया था. यह सामान्य 24-घंटे के दिन से 1.47 मिलीसेकंड छोटा था.

  • Engineers Day 2020: इंजीनियर्स डे के मौके पर जानिए कौन से हैं भारत के टॉप 10 इंजीनियरिंग कॉलेज

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    Happy Engineers Day 2020: आज इंजीनियर्स डे है. हर साल 15 सितंबर को एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) की जयंती के मौके पर इंजीनियर्स डे (Engineers Day 2020) मनाया जाता है. विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) पूरी दुनिया के इंजीनियर्स के लिए मिसाल हैं. विश्वेश्वरैया ने कई महत्वपूर्ण कार्यों जैसे नदियों के बांध, ब्रिज और पीने के पानी की स्कीम आदि को कामयाब बनाने में भी अविस्‍मरणीय योगदान दिया है. एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) को साल 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था. आइए इंजीनिर्स डे के मौके पर आपको बताते हैं साल 2020 के टॉप 10 इंजीनिरिंग कॉलेजों के बारे में जिसमें आप एडमिशन लेकर काबिल इंजीनियर बन सकते हैं.

  • Engineers Day 2020: भारत रत्न एम विश्वेश्वरैया की जयंती पर क्यों मनाया जाता है इंजीनियर्स डे? जानिए

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    Happy Engineers Day 2020: एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) की जयंती के मौके पर हर साल 15 सितंबर को इंजीनियर्स डे (Engineers Day 2020) मनाया जाता है. विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) पूरी दुनिया के इंजीनियर्स के लिए मिसाल हैं. एम विश्वेश्वरैया का जन्म 15 सितंबर 1861 को मैसूर के कोलार जिले स्थित चिक्काबल्लापुर तालुक में एक तेलुगु परिवार में हुआ था. उनके पिता श्रीनिवास शास्त्री संस्कृत के विद्वान और आयुर्वेद चिकित्सक थे. विश्वेश्वरैया की मां का नाम वेंकाचम्मा था. एम विश्वेश्वरैया (M. Visvesvaraya) को साल 1955 में भारत के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, क्योंकि उनके प्रयासों से ही कृष्णराज सागर बांध, भद्रावती आयरन एंड स्टील वर्क्स, मैसूर संदल आइल एंड सोप फैक्टरी, मैसूर विश्‍वविद्यालय, बैंक ऑफ मैसूर का निर्माण हो पाया.