Deportation Order
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लवप्रीत को डिपोर्ट करने के आदेश पर कनाडा सरकार ने लगाई रोक, अन्य भारतीय छात्रों के लिए भी जगी उम्मीद
- Saturday June 10, 2023
- Reported by: शरद शर्मा, Edited by: अभिषेक पारीक
भारत के करीब 700 छात्र कनाडा से जबरन वतन वापसी का सामना कर रहे हैं. यह मामला मार्च में तब सामने आया था, जब इन छात्रों ने पढ़ाई खत्म करने के बाद कनाडा में स्थायी निवास के लिए आवेदन किया.
- ndtv.in
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EXPLAINER: क्यों 700 भारतीय विद्यार्थियों को कनाडा से किया जा सकता है डीपोर्ट...?
- Thursday June 8, 2023
- Written by: विवेक रस्तोगी
विदेशी स्कूल और यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर पढ़ने के लिए हर साल सैकड़ों-हज़ारों विद्यार्थी हिन्दुस्तान से चले जाते हैं, और बहुत-से मामलों में पढ़ाई के बाद नौकरी कर विदेशों में ही बस जाते हैं. लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि विदेश जाने के इच्छुक विद्यार्थियों के साथ धोखाधड़ी होती है, और जब कुछ दिन, हफ़्ते या साल के बाद उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है. ऐसा ही एक मामला इस समय सुर्खियों में है, जब वर्ष 2018-19 में एजुकेशन कन्सल्टेंट ने 700 विद्यार्थियों को फ़र्ज़ी एडमिशन लेटर दिखाए, जिनके आधार पर वीसा हासिल किए गए, और फिर एजेंटों द्वारा मोटी-मोटी रकमें लेकर उन्हें कनाडा रवाना किया गया. लेकिन अब जाकर एडमिशन लेटर के फ़र्ज़ी होने का पता चला, और कनाडा प्रशासन ने इन विद्यार्थियों को डीपोर्ट करने का आदेश जारी कर दिया.
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लवप्रीत को डिपोर्ट करने के आदेश पर कनाडा सरकार ने लगाई रोक, अन्य भारतीय छात्रों के लिए भी जगी उम्मीद
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भारत के करीब 700 छात्र कनाडा से जबरन वतन वापसी का सामना कर रहे हैं. यह मामला मार्च में तब सामने आया था, जब इन छात्रों ने पढ़ाई खत्म करने के बाद कनाडा में स्थायी निवास के लिए आवेदन किया.
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EXPLAINER: क्यों 700 भारतीय विद्यार्थियों को कनाडा से किया जा सकता है डीपोर्ट...?
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विदेशी स्कूल और यूनिवर्सिटी में दाखिला लेकर पढ़ने के लिए हर साल सैकड़ों-हज़ारों विद्यार्थी हिन्दुस्तान से चले जाते हैं, और बहुत-से मामलों में पढ़ाई के बाद नौकरी कर विदेशों में ही बस जाते हैं. लेकिन कभी-कभी ऐसा भी होता है कि विदेश जाने के इच्छुक विद्यार्थियों के साथ धोखाधड़ी होती है, और जब कुछ दिन, हफ़्ते या साल के बाद उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है. ऐसा ही एक मामला इस समय सुर्खियों में है, जब वर्ष 2018-19 में एजुकेशन कन्सल्टेंट ने 700 विद्यार्थियों को फ़र्ज़ी एडमिशन लेटर दिखाए, जिनके आधार पर वीसा हासिल किए गए, और फिर एजेंटों द्वारा मोटी-मोटी रकमें लेकर उन्हें कनाडा रवाना किया गया. लेकिन अब जाकर एडमिशन लेटर के फ़र्ज़ी होने का पता चला, और कनाडा प्रशासन ने इन विद्यार्थियों को डीपोर्ट करने का आदेश जारी कर दिया.
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