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Delay In Monsoon

'Delay In Monsoon' - 2 News Result(s)
  • मुंबई शहर में मंडराने लगा जल संकट, जलाशयों में सिर्फ 15.2 फीसदी पानी बचा

    मुंबई शहर में मंडराने लगा जल संकट, जलाशयों में सिर्फ 15.2 फीसदी पानी बचा

    देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को सात झीलों से पानी की आपूर्ति की जाती है, लेकिन अब इस शहर पर जल संकट का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल इन झीलों में महज 45 दिनों का ही पानी बचा हुआ है. इस वजह से मुंबई महानगरपालिका का भी टेंशन बढ़ गया है. महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं. अब मुंबई पर भी जल संकट का खतरा मंडरा रहा है.  मुंबई में नासिक, ठाणे, भिवंडी जैसे इलाकों की सात झीलों से पाइपलाइन- टनल के जरिए पानी सप्लाई होता है.

  • मॉनसून के दस्‍तक देने में अभी देरी, छह जून तक पहुंचेगा केरल : डब्ल्यूआरएमएस

    मॉनसून के दस्‍तक देने में अभी देरी, छह जून तक पहुंचेगा केरल : डब्ल्यूआरएमएस

    मॉनसून आने में अभी थोड़ा विलंब है। छह जून तक इसके केरल के तट पर पहुंचने की संभावना है। मॉनसून आने में देरी भले ही हो रही हो लेकिन अच्‍छी बात यह है कि इस साल जुलाई से सितंबर तक देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।

'Delay In Monsoon' - 2 News Result(s)
  • मुंबई शहर में मंडराने लगा जल संकट, जलाशयों में सिर्फ 15.2 फीसदी पानी बचा

    मुंबई शहर में मंडराने लगा जल संकट, जलाशयों में सिर्फ 15.2 फीसदी पानी बचा

    देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को सात झीलों से पानी की आपूर्ति की जाती है, लेकिन अब इस शहर पर जल संकट का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल इन झीलों में महज 45 दिनों का ही पानी बचा हुआ है. इस वजह से मुंबई महानगरपालिका का भी टेंशन बढ़ गया है. महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में लोग पानी की किल्लत का सामना कर रहे हैं. अब मुंबई पर भी जल संकट का खतरा मंडरा रहा है.  मुंबई में नासिक, ठाणे, भिवंडी जैसे इलाकों की सात झीलों से पाइपलाइन- टनल के जरिए पानी सप्लाई होता है.

  • मॉनसून के दस्‍तक देने में अभी देरी, छह जून तक पहुंचेगा केरल : डब्ल्यूआरएमएस

    मॉनसून के दस्‍तक देने में अभी देरी, छह जून तक पहुंचेगा केरल : डब्ल्यूआरएमएस

    मॉनसून आने में अभी थोड़ा विलंब है। छह जून तक इसके केरल के तट पर पहुंचने की संभावना है। मॉनसून आने में देरी भले ही हो रही हो लेकिन अच्‍छी बात यह है कि इस साल जुलाई से सितंबर तक देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक वर्षा होने की संभावना है।