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Cryogenic Stage

'Cryogenic Stage' - 2 News Result(s)
  • क्‍या है GSLV मिशन, किस तरह काम करता है क्रायोजनिक इंजन : 8 बातें

    क्‍या है GSLV मिशन, किस तरह काम करता है क्रायोजनिक इंजन : 8 बातें

    इंडियन स्‍पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन यानी ISRO के लिए यह 'बड़ा' झटका है. जीएसएलवी-एफ 10 मिशन (GSLV-F10 Mission) को तकनीकी खराबी के कारण पूरा नहीं किया जा सका है. इसरो की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, EOS-03 लॉन्च किया लेकिन तकनीकी खामी की वजह से यह सफल नहीं हो सका. अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट की मुख्य विशेषता यह है कि यह चिन्हित किये गए किसी बड़े क्षेत्र क्षेत्र की वास्तविक समय की छवियां लगातार अंतराल पर भेजता रहता है.

  • इसरो ने 400 टन के रॉकेट के लिए भारत के सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया

    इसरो ने 400 टन के रॉकेट के लिए भारत के सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया

    एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कराकर इतिहास में नाम दर्ज कराने के बाद इसरो ने भूतुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण वाहन जीएससलवी एमके तृतीय के लिए स्वदेश निर्मित क्रायोजनिक उपरी चरण का सफल परीक्षण किया है.

'Cryogenic Stage' - 2 News Result(s)
  • क्‍या है GSLV मिशन, किस तरह काम करता है क्रायोजनिक इंजन : 8 बातें

    क्‍या है GSLV मिशन, किस तरह काम करता है क्रायोजनिक इंजन : 8 बातें

    इंडियन स्‍पेस रिसर्च आर्गेनाइजेशन यानी ISRO के लिए यह 'बड़ा' झटका है. जीएसएलवी-एफ 10 मिशन (GSLV-F10 Mission) को तकनीकी खराबी के कारण पूरा नहीं किया जा सका है. इसरो की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा से अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट, EOS-03 लॉन्च किया लेकिन तकनीकी खामी की वजह से यह सफल नहीं हो सका. अर्थ ऑब्जर्वेशन सैटेलाइट की मुख्य विशेषता यह है कि यह चिन्हित किये गए किसी बड़े क्षेत्र क्षेत्र की वास्तविक समय की छवियां लगातार अंतराल पर भेजता रहता है.

  • इसरो ने 400 टन के रॉकेट के लिए भारत के सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया

    इसरो ने 400 टन के रॉकेट के लिए भारत के सबसे बड़े क्रायोजेनिक इंजन का सफल परीक्षण किया

    एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित कराकर इतिहास में नाम दर्ज कराने के बाद इसरो ने भूतुल्यकाली उपग्रह प्रक्षेपण वाहन जीएससलवी एमके तृतीय के लिए स्वदेश निर्मित क्रायोजनिक उपरी चरण का सफल परीक्षण किया है.