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Common Service Centre Csc

'Common Service Centre Csc ' - 2 News Result(s)
  • आपके घर के पास की सरकारी राशन की दुकान जल्द बन जाएगी CSC

    आपके घर के पास की सरकारी राशन की दुकान जल्द बन जाएगी CSC

    केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि सरकार राशन की दुकानों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) परिचालन के अलावा अधिक उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने में सक्षम बनाकर उन्हें जीवंत, आधुनिक और लाभप्रद बनाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है. खाद्य मंत्रालय ने राशन दुकानों (एफपीएस) को अधिक जीवंत और आर्थिक रूप से अधिक लाभप्रद संगठन बनाने की पहल पर विचार-विमर्श के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यशाला आयोजित की.

  • वोकेशनल एजुकेशन के लिए शुरू हुआ ‘योग्यता’ ऐप, गांवों के युवाओं को रोजगार के लिए किया जाएगा तैयार

    वोकेशनल एजुकेशन के लिए शुरू हुआ ‘योग्यता’ ऐप, गांवों के युवाओं को रोजगार के लिए किया जाएगा तैयार

    सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया के प्रबंध निदेशक दिनेश त्यागी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी की वजह से ई-लर्निंग को न केवल व्यावहारिक शिक्षा मॉडल के रूप में बढ़ावा मिला है, बल्कि आज ये एक जरूरत भी बन चुका है. हमारा प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को गुणवत्ता वाला कौशल और व्यावसायिक शिक्षा उपलब्ध कराने का है.’’

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  • आपके घर के पास की सरकारी राशन की दुकान जल्द बन जाएगी CSC

    आपके घर के पास की सरकारी राशन की दुकान जल्द बन जाएगी CSC

    केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि सरकार राशन की दुकानों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) परिचालन के अलावा अधिक उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करने में सक्षम बनाकर उन्हें जीवंत, आधुनिक और लाभप्रद बनाने के लिए विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है. खाद्य मंत्रालय ने राशन दुकानों (एफपीएस) को अधिक जीवंत और आर्थिक रूप से अधिक लाभप्रद संगठन बनाने की पहल पर विचार-विमर्श के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यशाला आयोजित की.

  • वोकेशनल एजुकेशन के लिए शुरू हुआ ‘योग्यता’ ऐप, गांवों के युवाओं को रोजगार के लिए किया जाएगा तैयार

    वोकेशनल एजुकेशन के लिए शुरू हुआ ‘योग्यता’ ऐप, गांवों के युवाओं को रोजगार के लिए किया जाएगा तैयार

    सीएससी ई-गवर्नेंस सर्विसेज इंडिया के प्रबंध निदेशक दिनेश त्यागी ने कहा, ‘‘कोविड-19 महामारी की वजह से ई-लर्निंग को न केवल व्यावहारिक शिक्षा मॉडल के रूप में बढ़ावा मिला है, बल्कि आज ये एक जरूरत भी बन चुका है. हमारा प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं को गुणवत्ता वाला कौशल और व्यावसायिक शिक्षा उपलब्ध कराने का है.’’