Bihar Corona Wave
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कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बिहार में 75 हजार मौतों की नहीं पता वजह, आंकड़ों से हुआ खुलासा
- Sunday June 20, 2021
- Edited by: धीरज पाल
बिहार में साल 2021 के पहले पांच महीनों में अस्पष्टीकृत कारणों से लगभग 75,000 लोगों की मौत हो गई, जो कि कोरोना की दूसरी के साथ मेल खाता है. नये आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है.
- ndtv.in
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दिल्ली के 109 डॉक्टरों ने कोरोना से गंवाई जान, बिहार और यूपी में भी चिकित्सकों पर कहर
- Saturday June 5, 2021
- Reported by: ANI
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार को दी गई जानकारी में कहा है कि दिल्ली के बाद बिहार में 97 और यूपी में 79 डॉक्टरों की मौत हुई है. जबकि राजस्थान के 47 चिकित्सकों ने दम तोड़ा है. कोरोना की पहली लहर 748 डॉक्टरों की मौत हुई थी.
- ndtv.in
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बिहारः लॉकडाउन की मार फिर यास तूफान ने कटिहार के किसानों पर बरपाया कहर
- Friday June 4, 2021
- Reported by: मनीष कुमार, Edited by: गुणातीत ओझा
कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के चलते लगे लॉकडाउन (Lockdown) और फिर यास तूफान (Yaas Cyclone) के कहर ने बिहार के किसानों (Bihar Farmers) को बुरी तरह प्रभावित किया है. बिहार में मक्का की खेती के लिए प्रसिद्ध कटिहार के किसानों का बुरा हाल है. कटिहार के बरारी, कुर्सेला, सेमापुर, दलन, कोढ़ा और फलका प्रखंड के लगभग पूरे इलाके में यास तूफान से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है.
- ndtv.in
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गंगा में तैरती लाशों के लिए बिछा 'महाजाल', यूपी और बिहार सरकार में छिड़ा कोल्ड वॉर
- Thursday May 13, 2021
- Reported by: मनीष कुमार, Edited by: गुणातीत ओझा
गंगा नदी (Ganga River) में लगातार मिल रहे शवों की संख्या बढ़ती जा रही है. बीते दिनों गंगा में 50 से ज्यादा शव (Deadbodies in Ganga) बरामद हुए हैं. लगातार मिल रहे शवों को लेकर अब बिहार और यूपी सरकार में शीत युद्ध छिड़ गया है.
- ndtv.in
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क्या नीतीश कुमार अब पहले कोरोना काल की ग़लतियों को नहीं दोहराना चाहते ?
- Monday April 19, 2021
- Reported by: मनीष कुमार
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले साल की अपनी ग़लतियों से सबक़ सीखकर इस बार हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं? यह सवाल पिछले एक हफ़्ते के दौरान उनके निर्णय और कदमों से लगातार उनके आलोचक पूछ रहे हैं. ख़ासकर नीतीश कुमार ने रविवार को मैराथन बैठक के बाद जैसे प्रवासी बिहारियों से बार-बार जल्द से जल्द वापस आने की अपील की उससे तो यही लगा कि उन्होंने इस बार पिछले साल के तुलना में ग़लतियों को ना दोहराने का प्रण लिया है.
- ndtv.in
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कोरोना की दूसरी लहर के दौरान बिहार में 75 हजार मौतों की नहीं पता वजह, आंकड़ों से हुआ खुलासा
- Sunday June 20, 2021
- Edited by: धीरज पाल
बिहार में साल 2021 के पहले पांच महीनों में अस्पष्टीकृत कारणों से लगभग 75,000 लोगों की मौत हो गई, जो कि कोरोना की दूसरी के साथ मेल खाता है. नये आंकड़ों से यह खुलासा हुआ है.
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दिल्ली के 109 डॉक्टरों ने कोरोना से गंवाई जान, बिहार और यूपी में भी चिकित्सकों पर कहर
- Saturday June 5, 2021
- Reported by: ANI
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने शनिवार को दी गई जानकारी में कहा है कि दिल्ली के बाद बिहार में 97 और यूपी में 79 डॉक्टरों की मौत हुई है. जबकि राजस्थान के 47 चिकित्सकों ने दम तोड़ा है. कोरोना की पहली लहर 748 डॉक्टरों की मौत हुई थी.
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बिहारः लॉकडाउन की मार फिर यास तूफान ने कटिहार के किसानों पर बरपाया कहर
- Friday June 4, 2021
- Reported by: मनीष कुमार, Edited by: गुणातीत ओझा
कोरोना महामारी की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के चलते लगे लॉकडाउन (Lockdown) और फिर यास तूफान (Yaas Cyclone) के कहर ने बिहार के किसानों (Bihar Farmers) को बुरी तरह प्रभावित किया है. बिहार में मक्का की खेती के लिए प्रसिद्ध कटिहार के किसानों का बुरा हाल है. कटिहार के बरारी, कुर्सेला, सेमापुर, दलन, कोढ़ा और फलका प्रखंड के लगभग पूरे इलाके में यास तूफान से किसानों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है.
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गंगा में तैरती लाशों के लिए बिछा 'महाजाल', यूपी और बिहार सरकार में छिड़ा कोल्ड वॉर
- Thursday May 13, 2021
- Reported by: मनीष कुमार, Edited by: गुणातीत ओझा
गंगा नदी (Ganga River) में लगातार मिल रहे शवों की संख्या बढ़ती जा रही है. बीते दिनों गंगा में 50 से ज्यादा शव (Deadbodies in Ganga) बरामद हुए हैं. लगातार मिल रहे शवों को लेकर अब बिहार और यूपी सरकार में शीत युद्ध छिड़ गया है.
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क्या नीतीश कुमार अब पहले कोरोना काल की ग़लतियों को नहीं दोहराना चाहते ?
- Monday April 19, 2021
- Reported by: मनीष कुमार
क्या बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले साल की अपनी ग़लतियों से सबक़ सीखकर इस बार हर कदम फूंक-फूंक कर रख रहे हैं? यह सवाल पिछले एक हफ़्ते के दौरान उनके निर्णय और कदमों से लगातार उनके आलोचक पूछ रहे हैं. ख़ासकर नीतीश कुमार ने रविवार को मैराथन बैठक के बाद जैसे प्रवासी बिहारियों से बार-बार जल्द से जल्द वापस आने की अपील की उससे तो यही लगा कि उन्होंने इस बार पिछले साल के तुलना में ग़लतियों को ना दोहराने का प्रण लिया है.
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