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Bidi Workers

'Bidi Workers' - 6 News Result(s)
  • स्वदेशी जागरण मंच ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मांगा बीड़ी और प्लास्टिक कचरे पर GST दरों में राहत

    स्वदेशी जागरण मंच ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मांगा बीड़ी और प्लास्टिक कचरे पर GST दरों में राहत

    अश्विनी महाजन ने वित्त मंत्री को लिखा, "बीड़ी भारत के 9 से अधिक राज्यों में, विशेष रूप से महिलाओं के लिए, रोजगार का एक प्रमुख स्रोत है. स्वदेशी जागरण मंच बीड़ी श्रमिकों के कल्याण की रक्षा के लिए प्रयासरत रहा है. यह पाया गया है कि पंजीकृत बीड़ी उद्योग के मामले में 28 प्रतिशत का जीएसटी लगाया जाता है.

  • सरकार बीड़ी श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध: मनसुख मांडविया

    सरकार बीड़ी श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध: मनसुख मांडविया

    केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं की मदद से बीड़ी श्रमिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. बुधवार को "बीड़ी श्रमिकों की आजीविका को संरक्षित, संरक्षित और बढ़ावा देने की आवश्यकता" (The Need to Preserve, Protect, and Promote Beedi Workers' Livelihood) शीर्षक की पुस्तक के विमोचन के मौके पर मांडविया ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार का मंत्र "सबका साथ, सबका विकास" है. उन्होंने कहा कि गरीब लोगों, किसानों और मजदूरों का कल्याण मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

  • किसी समय बड़ी आबादी को रोजगार देने वाला बीड़ी निर्माण का कुटीर उद्योग अब दम तोड़ रहा

    किसी समय बड़ी आबादी को रोजगार देने वाला बीड़ी निर्माण का कुटीर उद्योग अब दम तोड़ रहा

    देश का एक प्रमुख घरेलू रोजगार, जिसमें महिलाओं की सबसे ज्यादा भागीदारी रही है, अब दम तोड़ रहा है. बीड़ी उत्पादन को लेकर सरकार की नीतियों के चलते यह कुटीर उद्योग अब बुरे हाल में है. एक तरफ जहां बीड़ी उद्योग पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भारी बोझ है वहीं कई सख्त नियम भी लागू हैं. बीड़ी मजदूरों को बहुत कम पारिश्रमिक मिल रहा है. इससे परेशान ग्रामीण अंचलों के मजदूर बीड़ी बनाना त्यागकर रोजगार के लिए शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं. श्रम मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2023 के मुताबिक देश में बीड़ी बनाने वाले रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड मजदूरों की संख्या करीब 80 लाख है. इनमें 72 प्रतिशत से अधिक महिला कामगार हैं.

  • बीड़ी मजदूरों की आजीविका पर किताब का लोकार्पण बुधवार को

    बीड़ी मजदूरों की आजीविका पर किताब का लोकार्पण बुधवार को

    नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में बुधवार को किताब- "बीड़ी श्रमिकों की आजीविका को संरक्षित, सुरक्षित और प्रोत्साहित करने की जरूरत" का लोकार्पण होगा. यह किताब डॉ अनिला नायर और डॉ एमएम रहमान ने लिखी है. किताब का लोकार्पण केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ मनसुख एल मंडाविया करेंगे. 

  • Success Story: बीड़ी बनाने वाली की बेटी ने क्रैक किया MBBS एग्जाम, यूट्यूब से पढ़कर रचा इतिहास

    Success Story: बीड़ी बनाने वाली की बेटी ने क्रैक किया MBBS एग्जाम, यूट्यूब से पढ़कर रचा इतिहास

    इस बच्ची का नाम हारिका है. ये तेलंगाना की रहने वाली है. तेलंगाना राष्ट्र समिति की एमएलसी कल्वकुंतला कविता ने सम्मानित किया है. जानकारी के मुताबिक इस बच्ची के पिता बीड़ी फैक्टरी में मज़दूरी का काम करते थे. ऐसे में हारिका ने सोशल मीडिया के ज़रिए पढ़ाई करके इतिहास रच दिया है.

  • नोटबंदी : सोलापुर के बीड़ी कामगारों को एक महीने से नहीं मिली पगार, घर चलाना मुहाल

    नोटबंदी : सोलापुर के बीड़ी कामगारों को एक महीने से नहीं मिली पगार, घर चलाना मुहाल

    महाराष्ट्र के सोलापुर शहर में मजदूरों की बड़ी तादाद है. नोटबंदी के ऐलान के बाद से यहां बीड़ी उद्योग में काम करने वाले कामगार खासे परेशान हैं. पहले इन्हें हर हफ्ते तनख्वाह मिलती थी, लेकिन पिछले एक महीने से इन्हें एक पाई नहीं मिली है.

'Bidi Workers' - 6 News Result(s)
  • स्वदेशी जागरण मंच ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मांगा बीड़ी और प्लास्टिक कचरे पर GST दरों में राहत

    स्वदेशी जागरण मंच ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मांगा बीड़ी और प्लास्टिक कचरे पर GST दरों में राहत

    अश्विनी महाजन ने वित्त मंत्री को लिखा, "बीड़ी भारत के 9 से अधिक राज्यों में, विशेष रूप से महिलाओं के लिए, रोजगार का एक प्रमुख स्रोत है. स्वदेशी जागरण मंच बीड़ी श्रमिकों के कल्याण की रक्षा के लिए प्रयासरत रहा है. यह पाया गया है कि पंजीकृत बीड़ी उद्योग के मामले में 28 प्रतिशत का जीएसटी लगाया जाता है.

  • सरकार बीड़ी श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध: मनसुख मांडविया

    सरकार बीड़ी श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध: मनसुख मांडविया

    केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ मनसुख मांडविया ने कहा कि मोदी सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं की मदद से बीड़ी श्रमिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है. बुधवार को "बीड़ी श्रमिकों की आजीविका को संरक्षित, संरक्षित और बढ़ावा देने की आवश्यकता" (The Need to Preserve, Protect, and Promote Beedi Workers' Livelihood) शीर्षक की पुस्तक के विमोचन के मौके पर मांडविया ने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार का मंत्र "सबका साथ, सबका विकास" है. उन्होंने कहा कि गरीब लोगों, किसानों और मजदूरों का कल्याण मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है.

  • किसी समय बड़ी आबादी को रोजगार देने वाला बीड़ी निर्माण का कुटीर उद्योग अब दम तोड़ रहा

    किसी समय बड़ी आबादी को रोजगार देने वाला बीड़ी निर्माण का कुटीर उद्योग अब दम तोड़ रहा

    देश का एक प्रमुख घरेलू रोजगार, जिसमें महिलाओं की सबसे ज्यादा भागीदारी रही है, अब दम तोड़ रहा है. बीड़ी उत्पादन को लेकर सरकार की नीतियों के चलते यह कुटीर उद्योग अब बुरे हाल में है. एक तरफ जहां बीड़ी उद्योग पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का भारी बोझ है वहीं कई सख्त नियम भी लागू हैं. बीड़ी मजदूरों को बहुत कम पारिश्रमिक मिल रहा है. इससे परेशान ग्रामीण अंचलों के मजदूर बीड़ी बनाना त्यागकर रोजगार के लिए शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं. श्रम मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट 2023 के मुताबिक देश में बीड़ी बनाने वाले रजिस्टर्ड और अनरजिस्टर्ड मजदूरों की संख्या करीब 80 लाख है. इनमें 72 प्रतिशत से अधिक महिला कामगार हैं.

  • बीड़ी मजदूरों की आजीविका पर किताब का लोकार्पण बुधवार को

    बीड़ी मजदूरों की आजीविका पर किताब का लोकार्पण बुधवार को

    नई दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में बुधवार को किताब- "बीड़ी श्रमिकों की आजीविका को संरक्षित, सुरक्षित और प्रोत्साहित करने की जरूरत" का लोकार्पण होगा. यह किताब डॉ अनिला नायर और डॉ एमएम रहमान ने लिखी है. किताब का लोकार्पण केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ मनसुख एल मंडाविया करेंगे. 

  • Success Story: बीड़ी बनाने वाली की बेटी ने क्रैक किया MBBS एग्जाम, यूट्यूब से पढ़कर रचा इतिहास

    Success Story: बीड़ी बनाने वाली की बेटी ने क्रैक किया MBBS एग्जाम, यूट्यूब से पढ़कर रचा इतिहास

    इस बच्ची का नाम हारिका है. ये तेलंगाना की रहने वाली है. तेलंगाना राष्ट्र समिति की एमएलसी कल्वकुंतला कविता ने सम्मानित किया है. जानकारी के मुताबिक इस बच्ची के पिता बीड़ी फैक्टरी में मज़दूरी का काम करते थे. ऐसे में हारिका ने सोशल मीडिया के ज़रिए पढ़ाई करके इतिहास रच दिया है.

  • नोटबंदी : सोलापुर के बीड़ी कामगारों को एक महीने से नहीं मिली पगार, घर चलाना मुहाल

    नोटबंदी : सोलापुर के बीड़ी कामगारों को एक महीने से नहीं मिली पगार, घर चलाना मुहाल

    महाराष्ट्र के सोलापुर शहर में मजदूरों की बड़ी तादाद है. नोटबंदी के ऐलान के बाद से यहां बीड़ी उद्योग में काम करने वाले कामगार खासे परेशान हैं. पहले इन्हें हर हफ्ते तनख्वाह मिलती थी, लेकिन पिछले एक महीने से इन्हें एक पाई नहीं मिली है.