विज्ञापन

Bhopal Gas Tragedy Death

'Bhopal Gas Tragedy Death' - 2 News Result(s)
  • 272 करोड़ का सच उजागर : भोपाल गैस पीड़ितों के नाम पर बने अस्पताल वीरान, योग केंद्र बना शादी घर

    272 करोड़ का सच उजागर : भोपाल गैस पीड़ितों के नाम पर बने अस्पताल वीरान, योग केंद्र बना शादी घर

    भोपाल के गैस पीड़ितों के लिए 272 करोड़ का पुनर्वास प्लान उन इमारतों की तरह है जो दिखती तो नई हैं, लेकिन अंदर से खोखली हैं. अस्पताल हैं, पर डॉक्टर नहीं, उपकरण हैं पर तकनीशियन नहीं, योग केंद्र हैं, पर योग नहीं, सीवर योजना है, लेकिन नालियां नहीं. गैस पीड़ितों की जिंदगी आज भी उसी दर्द और लाचारी में घिरी है, जिसे मिटाने के लिए यह योजना बनाई गई थी.

  • भोपाल गैस त्रासदी : 39 साल बाद भी भीषण औद्योगिक हादसे की पीड़ा से उबर नहीं पा रहा शहर

    भोपाल गैस त्रासदी : 39 साल बाद भी भीषण औद्योगिक हादसे की पीड़ा से उबर नहीं पा रहा शहर

    Bhopal Gas Tragedy: दुनिया की सबसे भीषण औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक की त्रासदी भोपाल शहर ने सन 1984 में 2-3 दिसंबर की दरमियानी रात में झेली थी. भोपाल गैस कांड एक ऐसा औद्योगिक हादसा था जिसकी पीड़ा लाखों लोगों ने झेली. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 2 और 3 दिसंबर की रात में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड (UCIL) के कीटनाशक संयंत्र में मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस लीक हो गई थी. इस जहरीली गैस के संपर्क में आने से लाखों व्यक्ति प्रभावित हुए थे और करीब 3800 लोगों की तत्काल मौत हो गई थी. 

'Bhopal Gas Tragedy Death' - 2 News Result(s)
  • 272 करोड़ का सच उजागर : भोपाल गैस पीड़ितों के नाम पर बने अस्पताल वीरान, योग केंद्र बना शादी घर

    272 करोड़ का सच उजागर : भोपाल गैस पीड़ितों के नाम पर बने अस्पताल वीरान, योग केंद्र बना शादी घर

    भोपाल के गैस पीड़ितों के लिए 272 करोड़ का पुनर्वास प्लान उन इमारतों की तरह है जो दिखती तो नई हैं, लेकिन अंदर से खोखली हैं. अस्पताल हैं, पर डॉक्टर नहीं, उपकरण हैं पर तकनीशियन नहीं, योग केंद्र हैं, पर योग नहीं, सीवर योजना है, लेकिन नालियां नहीं. गैस पीड़ितों की जिंदगी आज भी उसी दर्द और लाचारी में घिरी है, जिसे मिटाने के लिए यह योजना बनाई गई थी.

  • भोपाल गैस त्रासदी : 39 साल बाद भी भीषण औद्योगिक हादसे की पीड़ा से उबर नहीं पा रहा शहर

    भोपाल गैस त्रासदी : 39 साल बाद भी भीषण औद्योगिक हादसे की पीड़ा से उबर नहीं पा रहा शहर

    Bhopal Gas Tragedy: दुनिया की सबसे भीषण औद्योगिक दुर्घटनाओं में से एक की त्रासदी भोपाल शहर ने सन 1984 में 2-3 दिसंबर की दरमियानी रात में झेली थी. भोपाल गैस कांड एक ऐसा औद्योगिक हादसा था जिसकी पीड़ा लाखों लोगों ने झेली. मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 2 और 3 दिसंबर की रात में यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड (UCIL) के कीटनाशक संयंत्र में मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस लीक हो गई थी. इस जहरीली गैस के संपर्क में आने से लाखों व्यक्ति प्रभावित हुए थे और करीब 3800 लोगों की तत्काल मौत हो गई थी.