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Ayodhya Assembly Constituency

'Ayodhya Assembly Constituency' - 3 News Result(s)
  • यूपी चुनाव 2017: अखिलेश के करीबी तेज नारायण पांडेय पर सपा को है पूरा भरोसा!

    यूपी चुनाव 2017: अखिलेश के करीबी तेज नारायण पांडेय पर सपा को है पूरा भरोसा!

    अयोध्या में बीजेपी को मात देना हर एक राजनीतिक दल के लिए किसी बड़े चैलेंज से कम नहीं है. 1992 में बाबरी मस्जिद कांड के बाद कोई भी राजनीतिक दल बीजेपी को यहां मात नहीं दे पाया था, लेकिन समाजवादी पार्टी के तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने 2012 के विधानसभा चुनावों में ये कारनाम कर दिखाया था और फैजाबाद सीट पर सपा का झंडा लहराया था. उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लल्लू सिंह को अयोध्या की फैजाबाद विधानसभा सीट पर मात दी थी.

  • अयोध्या: क्या बीजेपी को उसका गढ़ वापस दिला पाएंगे वेद प्रकाश गुप्ता?

    अयोध्या: क्या बीजेपी को उसका गढ़ वापस दिला पाएंगे वेद प्रकाश गुप्ता?

    उत्तर प्रदेश में अपने गढ़ अयोध्या को वापस अपनी झोली में डालने के लिए बीजेपी ने वेद प्रकाश गुप्ता को चुनावी अखाड़े में उतारा है. अयोध्या सीट बीजेपी के लिए खासा मायने रखती है. अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा उन कुछेक मुद्दों में से एक है जिनके बलबूत बीजेपी ने दो सीट से दिल्ली की कुर्सी तक का सफर तय किया है. 

  • यूपी चुनाव 2017 : पांचवें चरण में 52 सीटों पर होगा मतदान, आखिर किसकी होगी अयोध्या?

    यूपी चुनाव 2017 : पांचवें चरण में 52 सीटों पर होगा मतदान, आखिर किसकी होगी अयोध्या?

    उत्तर प्रदेश के 7 में से 4 चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. 5वें चरण में 9 ज़िलों की 52 सीटों पर 27 फ़रवरी को मतदान होना है. इन 52 सीटों में जिस सीट का सबसे बड़ा सांकेतिक महत्व है वो सीट है फ़ैज़ाबाद जिले की अयोध्या सीट. 2012 से पहले लगातार 25 सालों तक बीजेपी के लल्लू सिंह यहां से विधायक रहे लेकिन 2012 में सपा के पवन पांडे ने उन्हें हरा दिया था, जिसका इनाम उन्हें अखिलेश सरकार में मंत्री बना कर दिया गया.

'Ayodhya Assembly Constituency' - 3 News Result(s)
  • यूपी चुनाव 2017: अखिलेश के करीबी तेज नारायण पांडेय पर सपा को है पूरा भरोसा!

    यूपी चुनाव 2017: अखिलेश के करीबी तेज नारायण पांडेय पर सपा को है पूरा भरोसा!

    अयोध्या में बीजेपी को मात देना हर एक राजनीतिक दल के लिए किसी बड़े चैलेंज से कम नहीं है. 1992 में बाबरी मस्जिद कांड के बाद कोई भी राजनीतिक दल बीजेपी को यहां मात नहीं दे पाया था, लेकिन समाजवादी पार्टी के तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पांडेय ने 2012 के विधानसभा चुनावों में ये कारनाम कर दिखाया था और फैजाबाद सीट पर सपा का झंडा लहराया था. उन्होंने 2012 के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लल्लू सिंह को अयोध्या की फैजाबाद विधानसभा सीट पर मात दी थी.

  • अयोध्या: क्या बीजेपी को उसका गढ़ वापस दिला पाएंगे वेद प्रकाश गुप्ता?

    अयोध्या: क्या बीजेपी को उसका गढ़ वापस दिला पाएंगे वेद प्रकाश गुप्ता?

    उत्तर प्रदेश में अपने गढ़ अयोध्या को वापस अपनी झोली में डालने के लिए बीजेपी ने वेद प्रकाश गुप्ता को चुनावी अखाड़े में उतारा है. अयोध्या सीट बीजेपी के लिए खासा मायने रखती है. अयोध्या में राम मंदिर का मुद्दा उन कुछेक मुद्दों में से एक है जिनके बलबूत बीजेपी ने दो सीट से दिल्ली की कुर्सी तक का सफर तय किया है. 

  • यूपी चुनाव 2017 : पांचवें चरण में 52 सीटों पर होगा मतदान, आखिर किसकी होगी अयोध्या?

    यूपी चुनाव 2017 : पांचवें चरण में 52 सीटों पर होगा मतदान, आखिर किसकी होगी अयोध्या?

    उत्तर प्रदेश के 7 में से 4 चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. 5वें चरण में 9 ज़िलों की 52 सीटों पर 27 फ़रवरी को मतदान होना है. इन 52 सीटों में जिस सीट का सबसे बड़ा सांकेतिक महत्व है वो सीट है फ़ैज़ाबाद जिले की अयोध्या सीट. 2012 से पहले लगातार 25 सालों तक बीजेपी के लल्लू सिंह यहां से विधायक रहे लेकिन 2012 में सपा के पवन पांडे ने उन्हें हरा दिया था, जिसका इनाम उन्हें अखिलेश सरकार में मंत्री बना कर दिया गया.