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Atiq Ahmed Varanasi

'Atiq Ahmed Varanasi' - 2 News Result(s)
  • अतीक अहमद की हत्‍या: यूपी नगर निकाय चुनाव पर असर डालने वाला नया फैक्टर, किसे फायदा और किसे नुकसान?

    अतीक अहमद की हत्‍या: यूपी नगर निकाय चुनाव पर असर डालने वाला नया फैक्टर, किसे फायदा और किसे नुकसान?

    उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे नगर निगम चुनावों की तारीख नजदीक आ रही है उम्‍मीदवारों के जीत के दावे और भी मजबूत होते जा रहे हैं. मतदाता उनके दावों को अपनी कसौटी पर कस रहा है. जैसा कि हर चुनाव में होता है.. धर्म, जाति, समुदाय, क्षेत्र, विकास जैसे फैक्‍टर नतीजों को प्रभावित करते हैं. पर इस बार के चुनावों में एक नया फैक्टर है माफिया डान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस क‍स्‍टडी में हत्‍या, जो कि अपना असर दिखा रहा है. बनारस के मेयर चुनाव की बात करें तो यहां भी अतीक अहमद का मर्डर वोटों के ध्रुवीकरण में एक अहम रोल प्‍ले कर रहा है. इसका सीधा असर बीजेपी के पक्ष में सकारात्‍मक है तो दूसरी तरफ यही फैक्‍टर मुसलमान मतदाताओ को समाजवादी पार्टी से दूर ले जाता दिख रहा है. इस फैक्टर को इन मतदाताओं के कांग्रेस से जुड़ाव के रूप में देखा जा रहा है.

  • Election 2019: वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए इस 'माफिया डॉन' ने मांगी जमानत

    Election 2019: वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए इस 'माफिया डॉन' ने मांगी जमानत

    माफिया डॉन से नेता बने पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq ahmed) ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र (Varanasi Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ने के लिए विशेष अदालत में छोटी अवधि की जमानत के लिए याचिका दायर की है. जमानत याचिका पर अदालत 29 अप्रैल को सुनवाई करेगी. फिलहाल इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद को लेकर पहले ही विशेष अदालत 26 आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रही है.

'Atiq Ahmed Varanasi' - 2 News Result(s)
  • अतीक अहमद की हत्‍या: यूपी नगर निकाय चुनाव पर असर डालने वाला नया फैक्टर, किसे फायदा और किसे नुकसान?

    अतीक अहमद की हत्‍या: यूपी नगर निकाय चुनाव पर असर डालने वाला नया फैक्टर, किसे फायदा और किसे नुकसान?

    उत्तर प्रदेश में जैसे-जैसे नगर निगम चुनावों की तारीख नजदीक आ रही है उम्‍मीदवारों के जीत के दावे और भी मजबूत होते जा रहे हैं. मतदाता उनके दावों को अपनी कसौटी पर कस रहा है. जैसा कि हर चुनाव में होता है.. धर्म, जाति, समुदाय, क्षेत्र, विकास जैसे फैक्‍टर नतीजों को प्रभावित करते हैं. पर इस बार के चुनावों में एक नया फैक्टर है माफिया डान अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस क‍स्‍टडी में हत्‍या, जो कि अपना असर दिखा रहा है. बनारस के मेयर चुनाव की बात करें तो यहां भी अतीक अहमद का मर्डर वोटों के ध्रुवीकरण में एक अहम रोल प्‍ले कर रहा है. इसका सीधा असर बीजेपी के पक्ष में सकारात्‍मक है तो दूसरी तरफ यही फैक्‍टर मुसलमान मतदाताओ को समाजवादी पार्टी से दूर ले जाता दिख रहा है. इस फैक्टर को इन मतदाताओं के कांग्रेस से जुड़ाव के रूप में देखा जा रहा है.

  • Election 2019: वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए इस 'माफिया डॉन' ने मांगी जमानत

    Election 2019: वाराणसी से PM मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए इस 'माफिया डॉन' ने मांगी जमानत

    माफिया डॉन से नेता बने पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq ahmed) ने वाराणसी संसदीय क्षेत्र (Varanasi Lok Sabha Seat) से चुनाव लड़ने के लिए विशेष अदालत में छोटी अवधि की जमानत के लिए याचिका दायर की है. जमानत याचिका पर अदालत 29 अप्रैल को सुनवाई करेगी. फिलहाल इलाहाबाद की नैनी सेंट्रल जेल में बंद अतीक अहमद को लेकर पहले ही विशेष अदालत 26 आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रही है.