Atal Bihari Vajpayee Sonia Gandhi
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‘नखरे, ड्रामा, नारेबाजी...' : पीए संगमा होते तो शायद पीएम मोदी यह न कहते; इतिहास बनाने वाले स्पीकर की कहानी
- Tuesday June 25, 2024
- Written by: विजय शंकर पांडेय
दस सालों बाद भारत के लोगों ने किसी एक दल को लोकसभा चुनाव में बहुमत नहीं दिया.यूं तो पीएम मोदी पहले भी विपक्ष को जिम्मेदार बनने की सीख देते रहे हैं, मगर आज जब उनकी पार्टी को लोकसभा में बहुमत नहीं है बल्कि गठबंधन को मिला है. तब पीए संगमा याद आते हैं...
- ndtv.in
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नई दिल्ली लोकसभा सीट, जहां राजेश खन्ना ने ले ली थी अपने दोस्त से दुश्मनी
- Saturday May 25, 2024
- Written by: राजेश कुमार आर्य
बीजेपी के संस्थापकों में से एक लालकृष्ण आडवाणी ने 1991 का चुनाव दो सीटों, गुजरात की गांधीनगर और दिल्ली की नई दिल्ली सीट से लड़ा था. उन्होंने नई दिल्ली सीट से इस्तीफा देकर गांधीनगर सीट अपने पास रखी थी. इसके बाद 1992 में इस सीट पर उपचुनाव कराया गया था.
- ndtv.in
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भारत में एलायंस पॉलिटिक्स कितनी रही है सफल? क्या कागजी गठबंधन जमीन पर होते हैं कामयाब?
- Sunday March 19, 2023
- Written by: सचिन झा शेखर
पिछले 3 दशक में कई गठबंधन सरकारों ने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत एजेंडा बनाकर लंबे समय तक काम किया है. हालांकि कुछ ऐसे भी उदाहरण रहे हैं जिसमें चुनावों में दलों को करारी हार मिली है और बहुत ही कम समय में दोनों घटक दल गठबंधन से अलग हो गए हैं.
- ndtv.in
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65 सालों से अटल बिहारी वाजपेयी मेरे सबसे करीबी मित्र थे, उनकी बहुत याद आएगी : लाल कृष्ण आडवाणी
- Friday August 17, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी (LK Advani) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को देश के सबसे बड़े राजनेताओं में एक बताया और कहा कि 65 वर्षों के अपने घनिष्ठतम मित्र की बहुत याद आएगी. आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा कि वाजपेयी के शानदार नेतृत्व कौशल, वाक कला, देशभक्ति और इन सबसे ऊपर दया, मानवीयता जैसे उनके गुण और विचारधारा में मतभेद के बावजूद विरोधियों का दिल जीतने की कला का मेरे ऊपर गहरा असर रहा.
- ndtv.in
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सोनिया गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि, कहा- जीवन भर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे
- Thursday August 16, 2018
- ख़बर न्यूज़ डेस्क
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal BihariVajpayee) के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि वाजपेयी जीवन भर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे और यह प्रतिबद्धता उनके हर काम में परिलक्षित होती थी. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी जी निधन से बहुत दुखी हूं. वह हमारे राष्ट्रीय जीवन में एक विशाल व्यक्तित्व थे. वह पूरा जीवन लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे और एक सांसद, कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर उनके हर काम में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता परिलक्षित हुई.'
- ndtv.in
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सोनिया गांधी की नजरों में यह है पीएम नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच अंतर
- Friday March 9, 2018
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने स्वीकार किया है कि वह एक नेता के रूप में "अपनी सीमाएं जानती थीं" और सार्वजनिक बोलने में स्वाभाविक नहीं रह पाती थीं. शुक्रवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में सोनिया ने बड़ी साफगोई से अपनी बात कही. उन्होंने अपने विचार व्यापक नजरिए के साथ लोगों के सामने रखे.
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‘नखरे, ड्रामा, नारेबाजी...' : पीए संगमा होते तो शायद पीएम मोदी यह न कहते; इतिहास बनाने वाले स्पीकर की कहानी
- Tuesday June 25, 2024
- Written by: विजय शंकर पांडेय
दस सालों बाद भारत के लोगों ने किसी एक दल को लोकसभा चुनाव में बहुमत नहीं दिया.यूं तो पीएम मोदी पहले भी विपक्ष को जिम्मेदार बनने की सीख देते रहे हैं, मगर आज जब उनकी पार्टी को लोकसभा में बहुमत नहीं है बल्कि गठबंधन को मिला है. तब पीए संगमा याद आते हैं...
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नई दिल्ली लोकसभा सीट, जहां राजेश खन्ना ने ले ली थी अपने दोस्त से दुश्मनी
- Saturday May 25, 2024
- Written by: राजेश कुमार आर्य
बीजेपी के संस्थापकों में से एक लालकृष्ण आडवाणी ने 1991 का चुनाव दो सीटों, गुजरात की गांधीनगर और दिल्ली की नई दिल्ली सीट से लड़ा था. उन्होंने नई दिल्ली सीट से इस्तीफा देकर गांधीनगर सीट अपने पास रखी थी. इसके बाद 1992 में इस सीट पर उपचुनाव कराया गया था.
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- Sunday March 19, 2023
- Written by: सचिन झा शेखर
पिछले 3 दशक में कई गठबंधन सरकारों ने कॉमन मिनिमम प्रोग्राम के तहत एजेंडा बनाकर लंबे समय तक काम किया है. हालांकि कुछ ऐसे भी उदाहरण रहे हैं जिसमें चुनावों में दलों को करारी हार मिली है और बहुत ही कम समय में दोनों घटक दल गठबंधन से अलग हो गए हैं.
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65 सालों से अटल बिहारी वाजपेयी मेरे सबसे करीबी मित्र थे, उनकी बहुत याद आएगी : लाल कृष्ण आडवाणी
- Friday August 17, 2018
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भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी (LK Advani) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) को देश के सबसे बड़े राजनेताओं में एक बताया और कहा कि 65 वर्षों के अपने घनिष्ठतम मित्र की बहुत याद आएगी. आडवाणी ने अपने शोक संदेश में कहा कि वाजपेयी के शानदार नेतृत्व कौशल, वाक कला, देशभक्ति और इन सबसे ऊपर दया, मानवीयता जैसे उनके गुण और विचारधारा में मतभेद के बावजूद विरोधियों का दिल जीतने की कला का मेरे ऊपर गहरा असर रहा.
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सोनिया गांधी ने अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि, कहा- जीवन भर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे
- Thursday August 16, 2018
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कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal BihariVajpayee) के निधन पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि वाजपेयी जीवन भर लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे और यह प्रतिबद्धता उनके हर काम में परिलक्षित होती थी. कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी जी निधन से बहुत दुखी हूं. वह हमारे राष्ट्रीय जीवन में एक विशाल व्यक्तित्व थे. वह पूरा जीवन लोकतांत्रिक मूल्यों के लिए खड़े रहे और एक सांसद, कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री के तौर पर उनके हर काम में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता परिलक्षित हुई.'
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सोनिया गांधी की नजरों में यह है पीएम नरेंद्र मोदी और अटल बिहारी वाजपेयी के बीच अंतर
- Friday March 9, 2018
- Edited by: सूर्यकांत पाठक
कांग्रेस नेता सोनिया गांधी ने स्वीकार किया है कि वह एक नेता के रूप में "अपनी सीमाएं जानती थीं" और सार्वजनिक बोलने में स्वाभाविक नहीं रह पाती थीं. शुक्रवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में सोनिया ने बड़ी साफगोई से अपनी बात कही. उन्होंने अपने विचार व्यापक नजरिए के साथ लोगों के सामने रखे.
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