'Archeology'
- 6 न्यूज़ रिजल्ट्स- India | Reported by: मुकेश सिंह सेंगर, Edited by: अंजलि कर्मकार |मंगलवार फ़रवरी 14, 2023 03:55 PM ISTयाचिका में कहा गया था कि इस इलाके में कई मस्जिद और दरगाह हैं, जो वक़्फ की संपत्ति हैं. लेकिन डीडीए बिना DUSIB की सलाह के वहां अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई कर रहा है.इस मसले पर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ही 17 जनवरी को सुनवाई करेगी.
- India | Reported by: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया, Edited by: रितु शर्मा |शुक्रवार फ़रवरी 3, 2023 03:01 PM ISTये मूर्तियां इस हफ्ते की शुरुआत में सरलीचक गांव के तारसिंह तालाब से मिली थीं. एक साल पहले इसी तालाब में पाल काल की नाग देवी की 1,300 साल पुरानी मूर्ति मिली थी. इसे नालंदा में एएसआई संग्रहालय में प्रदर्शित किया गया है.
- India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: प्रभात उपाध्याय |शनिवार अक्टूबर 19, 2019 12:58 AM IST2018 में बागपत के सनौली गांव में पहली बार घोड़े से चलने वाला रथ, नौ कंकाल और युद्ध के तलवार मिले थे, जिसे हड़प्पाकालीन सभ्यता से जोड़ा गया था, लेकिन अब भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने दावा किया है कि खुदाई में मिले ये कंकाल और सामान चार हजार साल पुराने हैं.
- Cities | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: सूर्यकांत पाठक |सोमवार सितम्बर 9, 2019 04:15 PM ISTदिल्ली में पत्थर से बनी सबसे ऊंची ऐतिहासिक इमारत कुतुबमीनार को यूनेस्को ने भले ही विश्व धरोहर घोषित किया हो लेकिन 13वीं शताब्दी में बने प्राचीन भारत की वास्तुकला के एक नायाब नगीने को नगर निगम का नाला बरबाद करने पर तुला है. गुलाम राजवंश के कुतुबुद्दीन ऐबक ने ईस्वी सन 1199 में कुतुब मीनार की नींव रखी थी, लेकिन अब इसकी बुनियाद नगर निगम का नाला कमजोर कर रहा है.
- India | Reported by: रवीश रंजन शुक्ला, Edited by: सूर्यकांत पाठक |गुरुवार जून 7, 2018 07:31 PM ISTबागपत के सनौली गांव में मिले शाही कब्रिस्तान और इसमें मिले अवशेष कई अहम संकेत देने वाले हैं. इस पुरातात्विक खुदाई से पांच हजार साल पहले इस स्थान पर विकसित सभ्यता की कई परतें खुलने की संभावना है. यहां मिले शव संकेत देते हैं कि तत्कालीन समाज में भी वर्ग विभाजन था और अलग-अलग सामाजिक हैसियत के लोग इसका हिस्सा थे.
- India | Reported by: परिमल कुमार, Edited by: सूर्यकांत पाठक |शुक्रवार सितम्बर 9, 2016 07:00 PM ISTआने वाले तीन-चार दिनों में आर्कियालॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (एएसआई) से मान्यता प्राप्त स्मारकों और संग्रहालयों के भीतर पॉलिथिन ले जाने पर पाबंदी लग जाएगी, खासकर ऐसे स्थानों पर जहां टिकट से प्रवेश मिलता है.