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AIIMS के पूर्व डायरेक्टर ने बताया कितना खतरनाक है Corona का नया वैरिएंट JN.1, बचाव के लिए क्या करें
- Tuesday May 27, 2025
- Written by: अवधेश पैन्यूली
COVID-19 Variant Risks: भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. क्या वाकई डरने की बात है? क्या JN.1 वायरस पहले से ज्यादा खतरनाक है? इस पर एम्स के पूर्व डायरेक्टर, डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने क्या कुछ कहा आइए जानते हैं...
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ndtv.in
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22 फीसदी बच्चों में घर कर रहा कोविड का भय, 42% में चिड़चिड़ापन और चिंता: AIIMS स्टडी
- Wednesday July 7, 2021
- Reported by: ANI, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
स्टडी की एनालिसिस का नेतृत्व करने वाली डॉ शेफाली गुलाटी ने कहा, "महामारी और क्वारंटीन की वजह से कुल 79.4 प्रतिशत बच्चों के व्यवहार / मनोवैज्ञानिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं. कम से कम 22.5 प्रतिशत बच्चों में COVID-19 का एक महत्वपूर्ण भय, और 35.2 प्रतिशत बच्चों में ऊब और 21.3 प्रतिशत बच्चों में नींद की गड़बड़ी देखी गई."
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'कोई रॉकेट साइंस नहीं...' कोविड वैक्सीन आपूर्ति को लेकर बोले AIIMS चीफ रणदीप गुलेरिया
- Saturday April 10, 2021
- Reported by: संकेत उपाध्याय, Edited by: नितेश श्रीवास्तव
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन की कमी का मामला भी सामने आ रहा है. पिछले दिनों सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने एक चर्चा के दौरान यह माना था कि उसे वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए तीन हजार करोड़ रुपये की जरुरत होगी. उनके इस बयान पर एम्स प्रमुख रणदीप गुलेरिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट को उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 6 महीने पहले ध्यान देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि इस स्थिति को समझने के लिए किसी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं थी कि आने वाले समय में ऐसी स्थिति पैदा होगी. डॉ गुलेरिया के अनुसार हर मैन्युफैक्चर्स को डिमांड और अपनी विनिर्माण क्षमता के बारे में पता होता है. लिहाजा वो पहले से तैयारी कर सकते थे.
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क्या शाकाहारी लोगों को नहीं होता कोरोनावायरस? जानिए AIIMS की राय
- Wednesday May 13, 2020
- Reported by: भाषा
स्वास्थ्य संबंधी मामलों के विशेषज्ञ एवं भारतीय जन स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष प्रोफेसर के श्रीनाथ रेड्डी का कहना है कि इस दावे को सही साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है कि शाकाहारी लोगों में कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण होने का खतरा नहीं है. उन्होंने कहा कि कोविड-19 से शाकाहारी लोग भी संक्रमित हुए हैं.
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- Tuesday May 27, 2025
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COVID-19 Variant Risks: भारत में कोरोना वायरस के मामलों में फिर से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है. क्या वाकई डरने की बात है? क्या JN.1 वायरस पहले से ज्यादा खतरनाक है? इस पर एम्स के पूर्व डायरेक्टर, डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने क्या कुछ कहा आइए जानते हैं...
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22 फीसदी बच्चों में घर कर रहा कोविड का भय, 42% में चिड़चिड़ापन और चिंता: AIIMS स्टडी
- Wednesday July 7, 2021
- Reported by: ANI, Edited by: प्रमोद कुमार प्रवीण
स्टडी की एनालिसिस का नेतृत्व करने वाली डॉ शेफाली गुलाटी ने कहा, "महामारी और क्वारंटीन की वजह से कुल 79.4 प्रतिशत बच्चों के व्यवहार / मनोवैज्ञानिक स्थिति पर नकारात्मक प्रभाव पड़े हैं. कम से कम 22.5 प्रतिशत बच्चों में COVID-19 का एक महत्वपूर्ण भय, और 35.2 प्रतिशत बच्चों में ऊब और 21.3 प्रतिशत बच्चों में नींद की गड़बड़ी देखी गई."
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- Saturday April 10, 2021
- Reported by: संकेत उपाध्याय, Edited by: नितेश श्रीवास्तव
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच वैक्सीन की कमी का मामला भी सामने आ रहा है. पिछले दिनों सीरम इंस्टीट्यूट के प्रमुख अदार पूनावाला ने एक चर्चा के दौरान यह माना था कि उसे वैक्सीन उत्पादन में तेजी लाने के लिए तीन हजार करोड़ रुपये की जरुरत होगी. उनके इस बयान पर एम्स प्रमुख रणदीप गुलेरिया ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट को उत्पादन बढ़ाने के लिए करीब 6 महीने पहले ध्यान देना चाहिए था. उन्होंने कहा कि इस स्थिति को समझने के लिए किसी रॉकेट साइंस की जरूरत नहीं थी कि आने वाले समय में ऐसी स्थिति पैदा होगी. डॉ गुलेरिया के अनुसार हर मैन्युफैक्चर्स को डिमांड और अपनी विनिर्माण क्षमता के बारे में पता होता है. लिहाजा वो पहले से तैयारी कर सकते थे.
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