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50 साल पहले रिलीज हुई थी ये फिल्म, इमरजेंसी के दौरान हो गई थी बैन, एक फोटो और डायलॉग से हट गए थे सारे प्रतिबंध
- Thursday February 13, 2025
1975 में लगाई गई इमरजेंसी की चर्चा आज भी होती है. इस दौरान ना केवल आम आदमी पर इसका असर पड़ा बल्कि बॉलीवुड को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा क्योंकि इस दौरान कुछ फिल्मों को बैन किया गया था.
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जब गुलजार ने होटल के वेटर के नाम पर रखा था अपनी फिल्म के हीरो का नाम, शोले के एक्टर ने निभाया था किरदार
- Sunday December 31, 2023
लता मंगेशकर पर लिखी अपनी 'लता सुरगाथा' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले मशहूर लेखक यतींद्र मिश्र की नई किताब 'गुलज़ार सा'ब: हज़ार राहें मुड़ के देखीं' वाणी प्रकाशन से प्रकाशित हो चुकी है. एक बार फिर मशहूर फिल्मी हस्ती के जीवन को उन्होंने अपना विषय बनाया है.
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81 के हुए कलम से नज़्मों की मखमली चादरें बिछाने वाले गुलज़ार
- Tuesday August 18, 2015
- NDTVIndia
फ़िल्म जगत के लिविंग लीजेंड और पद्मभूषण से सम्मानित गीतकार गुलज़ार का आज 81वां जन्मदिन है। मुशायरों और महफ़िलों से मिली शोहरत ने कभी मोटर मैकेनिक का काम करने वाले गुलज़ार को फ़िल्म जगत का एक अज़ीम शायर और गीतकार बना दिया।
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50 साल पहले रिलीज हुई थी ये फिल्म, इमरजेंसी के दौरान हो गई थी बैन, एक फोटो और डायलॉग से हट गए थे सारे प्रतिबंध
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1975 में लगाई गई इमरजेंसी की चर्चा आज भी होती है. इस दौरान ना केवल आम आदमी पर इसका असर पड़ा बल्कि बॉलीवुड को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा क्योंकि इस दौरान कुछ फिल्मों को बैन किया गया था.
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जब गुलजार ने होटल के वेटर के नाम पर रखा था अपनी फिल्म के हीरो का नाम, शोले के एक्टर ने निभाया था किरदार
- Sunday December 31, 2023
लता मंगेशकर पर लिखी अपनी 'लता सुरगाथा' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले मशहूर लेखक यतींद्र मिश्र की नई किताब 'गुलज़ार सा'ब: हज़ार राहें मुड़ के देखीं' वाणी प्रकाशन से प्रकाशित हो चुकी है. एक बार फिर मशहूर फिल्मी हस्ती के जीवन को उन्होंने अपना विषय बनाया है.
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81 के हुए कलम से नज़्मों की मखमली चादरें बिछाने वाले गुलज़ार
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फ़िल्म जगत के लिविंग लीजेंड और पद्मभूषण से सम्मानित गीतकार गुलज़ार का आज 81वां जन्मदिन है। मुशायरों और महफ़िलों से मिली शोहरत ने कभी मोटर मैकेनिक का काम करने वाले गुलज़ार को फ़िल्म जगत का एक अज़ीम शायर और गीतकार बना दिया।
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