India | Edited by: मानस मिश्रा |शनिवार अक्टूबर 26, 2019 08:20 AM IST हरियाणा में दुष्यंत चौटाला नए नेता के तौर पर उभरे हैं. सवाल है कि देवीलाल की विरासत का असली वारिस कौन है? मौजूदा चुनाव में INLD का जो हाल हुआ है और जननायक जनता पार्टी (JJP) जिस तरह नई ताक़त बन कर उभरी है, उसे देखते हुए माना जा रहा है कि देवीलाल की विरासत उन्हीं के हाथ में है. इस पूरी राजनीति में जेजेपी एक नई ताक़त और दुष्यंत चौटाला एक नए नेता के तौर पर उभरे हैं। ये साफ हो गया कि अब देवीलाल की विरासत उनके हाथ में है. शुक्रवार सुबह दुष्यंत चौटाला को विधायकों ने अपना नेता चुना. इसके बाद दुष्यंत तिहाड़ में बंद अपने पिता अजय चौटाला से मिले. दुष्यंत इसके पहले आइएनएलडी के टिकट पर ही हिसार से सांसद रह चुके हैं. लेकिन 2018 की टूट के बाद उन्होंने जननायक जनता पार्टी का गठन किया. वो जमीनी नेता माने जाते हैं जिनका लोगों और कार्यकर्ताओं से सीधा संपर्क है. दुष्यंत की पार्टी को 15 फ़ीसदी वोट मिले हैं, जिनमें बड़ी तादाद में युवाओं के वोट शामिल माने जा रहे हैं. हालांकि हरियाणा की मौजूदा राजनीति में 10 विधायकों के साथ अपना पहला क़दम तय करना दुष्यंत के लिए आसान नहीं है. जेजेपी के समर्थन के बाद हरियाणा की विधानसभा में बीजेपी गठबंधन के पास कुल 59 सीटें हो जाएंगी जो कि बहुमत से कहीं ज्यादा है.