Business | Reported by: Sohit Rakesh Mishra |मंगलवार सितम्बर 26, 2017 07:03 PM IST हर साल दिवाली से पहले मुंबई के कालबादेवी इलाके में स्थित स्वदेशी बाजार में लोगों की भीड़ लगी रहती है. सौ साल से भी पुराने इस बाजार में से पूरे देश भर में कपडे निर्यात की जाती है लेकिन कपड़े पर 5 फीसदी जीएसटी लगने के बाद से बाजार फीका पड़ता दिख रहा है. दुकानदारों ने भी एनडीटीवी इंडिया से बातचीत करते हुए बताया कि उन्होंने सोचा था कि जीएसटी के लागू होने के बाद चीज़ें सस्ती हो जाएंगी और व्यवसाय करना और भी सरल हो जाएगा लेकिन कपड़े पर पांच फीसदी जीएसटी लगने के बाद से कपड़े की मांग लगभग आधी हो गई है.