15th National Paralympics Meet
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रवीश रंजन की आखों देखी : विकलांग खिलाड़ियों के साथ मजाक क्यों?
- Monday March 23, 2015
क्रिकेट के धूमधड़ाकों से अलग दिल्ली से करीब 50 किमी दूर गाजियाबाद में बापूधाम के मटियाला गांव के हरे भरे खेत के बीच बन रहे जनहित शिक्षा स्थान के एक कॉलेज में नेशनल पैरा एथिलिटिक्स गेम्स हो रहे थे।
- ndtv.in
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विकलांग एथलीटों के लिए बुरा ख्वाब बनी पैरालम्पिक प्रतियोगिता, खेल मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
- Sunday March 22, 2015
पैरा एथिलीट योगेश ने कहा, 'हमें ढंग का खाना नहीं मिला। हम पिछले चार दिन से पूरी और एक सब्जी खा रहे हैं। हमें डंडों की मदद से चलना पड़ता है और फिर भी हमें दूसरे फ्लोर पर रखा गया है। व्हीलचेयर से चलने वाले खिलाड़ियों के लिए रैंप भी नहीं है। टॉयलेट गंदे हैं, पंखे और पानी भी नहीं है।'
- ndtv.in
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रवीश रंजन की आखों देखी : विकलांग खिलाड़ियों के साथ मजाक क्यों?
- Monday March 23, 2015
क्रिकेट के धूमधड़ाकों से अलग दिल्ली से करीब 50 किमी दूर गाजियाबाद में बापूधाम के मटियाला गांव के हरे भरे खेत के बीच बन रहे जनहित शिक्षा स्थान के एक कॉलेज में नेशनल पैरा एथिलिटिक्स गेम्स हो रहे थे।
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पैरा एथिलीट योगेश ने कहा, 'हमें ढंग का खाना नहीं मिला। हम पिछले चार दिन से पूरी और एक सब्जी खा रहे हैं। हमें डंडों की मदद से चलना पड़ता है और फिर भी हमें दूसरे फ्लोर पर रखा गया है। व्हीलचेयर से चलने वाले खिलाड़ियों के लिए रैंप भी नहीं है। टॉयलेट गंदे हैं, पंखे और पानी भी नहीं है।'
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