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वेट ग्राइंडर (Wet Grinder) एक ऐसा किचन अप्लायंस है जिसका इस्तेमाल मुख्य रूप से गीली सामग्री जैसे दाल, चावल और अनाज को पीसकर गाढ़ा पेस्ट या बैटर बनाने के लिए किया जाता है. यह भारतीय, खासकर दक्षिण भारतीय, व्यंजनों के लिए बहुत ज़रूरी उपकरण है.
वेट ग्राइंडर कैसे काम करता है?
मिक्सर ग्राइंडर के ब्लेड से पीसने के बजाय, वेट ग्राइंडर पत्थर के भारी रोलर्स का उपयोग करता है जो एक धातु के ड्रम के अंदर घूमते हैं. जब आप इसमें पानी और सामग्री डालते हैं, तो ये पत्थर सामग्री को धीरे-धीरे और समान रूप से पीसते हैं.
वेट ग्राइंडर के फायदे:
Texture: यह इडली, डोसा और वड़ा जैसे व्यंजनों के लिए एकदम चिकना और फूला हुआ बैटर तैयार करता है. पत्थरों से पीसने के कारण बैटर में एक खास हवादारपन आता है, जिससे फर्मेंटेशन बेहतर होता है और डिशेज लाइट और जालीदार बनते हैं.
लो हीट प्रोडक्शन: मिक्सर ग्राइंडर की तुलना में वेट ग्राइंडर कम हीट पैदा करता है. गर्मी से इंग्रेडिएंट का टेस्ट स्वाद और पोषक तत्वों पर असर पड़ सकता है, लेकिन वेट ग्राइंडर में धीमी गति से पीसने के कारण ऐसा नहीं होता.
पोषक तत्वों का बचाता है: कम गर्मी और लो स्पीड से पीसने के कारण इंग्रेडिएंट के पोषक तत्वों को मरने नहीं देता और उन्हें बरकरार रहते हैं.
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कैपेसिटी: यह बड़ी मात्रा में सामग्री को एक साथ पीस सकता है, जो बड़े परिवारों या त्योहारों पर खाना बनाने के लिए सुविधाजनक होता है.
वर्सेटाइल: इडली-डोसा बैटर के अलावा, इसका उपयोग दही वड़ा का बैटर, नारियल की चटनी, गीले मसाले, और यहां तक कि कुछ मॉडल में आटा गूंथने या नारियल स्क्रैप करने के लिए भी किया जा सकता है.
ये हैं बेहतरीन Wet Grinder
अगर आप इडली, डोसा और अन्य ट्रेडिशन एंडियन डिश बनाने के शौकीन हैं जहां बैटर की क्वालिटी बहुत मायने रखती है, तो वेट ग्राइंडर आपकी रसोई के लिए एक शानदार टूल है.