राजस्थान की जयपुर स्थित जेईसीआरसी (JECRC) यूनिवर्सिटी राजस्थान के स्कूलों में स्थापित 264 अटल टिंकरिंग लैब्स (ATL) को मेंटर करेगी. जेईसीआरसी यूनिवर्सिटी देश का पहला शैक्षणिक संस्थान है, जिसे सबसे पहले यह जिम्मेदारी दी गई है.
नीति आयोग के अटल टिंकरिंग लैब्स का उद्देश्य बच्चों में इनोवेशन स्किल के साथ देश में आमूलचूल बदलाव के लिए आइडियाज डेवलप करना है. इसी उद्देश्य से जेयू (JU) राजस्थान राज्य के विभिन्न स्कूलों के बच्चों के बीच रचनात्मक सोच को प्रोत्साहित करने की दिशा में बढ़ते नवाचार इकोसिस्टम को बढ़ावा देगा.
जेईसीआरसी (JECRC) यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरपर्सन अर्पित अग्रवाल ने बताया कि नीति आयोग द्वारा स्थापित इस पहल के माध्यम से देश में नवाचार और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में अपना योगदान दे सकेंगे. साथ ही हम कोशिश करेंगे की बच्चों को कौशल विकसित करने वाली शिक्षा प्रदान करें.
ये कार्य करेगी यूनिवर्सिटी-
जेईसीआरसी (JECRC) मेंटर एकेडमी के रूप में युवा छात्रों में तकनीकी और नेतृत्व कौशल को विकसित करेगी. वहीं लर्निंग टू लर्न पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इसके साथ ही विश्वविद्यालय के छात्र और शिक्षक भी इस पहल का हिस्सा बनेंगे. यूनिवर्सिटी की ओर से विद्यार्थियों का मागदर्शन किया जाएगा. विद्यार्थी अत्याधुनिक उपकरणों जैसे थ्रीडी प्रिंटर, रोबोटिक्स और इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट टूल्स के साथ छात्र नवाचार कौशल और विचार विकसित करना सीख सकेंगे.
सीएम कर चुके हैं तारीफ-
उल्लेखनीय है कि जेईसीआरसी कैंपस में इनोवेशन और स्टार्टअप के बेहतरीन संसाधन मौजूद हैं. पिछले 10 सालों में यहां से 150 स्टार्टअप निकल चुके हैं. 20 स्टार्टअप इंक्यूबेट हो रहे हैं. कैंपस में टाइड सेंटर के लिए भारत सरकार से 3.10 करोड़ की फंडिंग हो चुकी है. हाल ही जेयू के छात्रों ने थ्रीडी प्रिंटर से बनी फेस शील्ड राजस्थान के चिकित्सा विभाग को दी थी, जिसकी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सराहना की है. जेयू ने 10 लाख के फंड की घोषणा की है, जिससे स्कूलों में एंटरप्रेन्योरशिप को बढ़ावा मिल सकेगा.
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