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तालिबान के विदेश मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबसे आगे बैठीं महिला पत्रकार, देखिए

अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की रविवार को हुई प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में सबसे आगे महिला पत्रकार बैठी नजर आईं. प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में आईं महिला पत्रकारों जमकर सवाल भी पूछे. इस दौरान आमिर खान मुत्तकी ने पिछली प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में हुई, 'भूल' पर अपनी सफाई भी दी. दो दिन पहले अपने मीडिया को दिये बयान में महिला पत्रकारों की गैरमौजूदगी को लेकर उठे विवाद को शांत करते हुए अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने रविवार को कहा कि ऐसा इरादतन नहीं किया गया था. हम महिला और पुरुषों में भेद नहीं करते हैं.

  • मुत्तकी की नई दिल्ली में तीन दिनों में ये दूसरी प्रेस कॉन्‍फ्रेंस थी, जिसमें कई महिला पत्रकारों ने भाग लिया. इस दौरान उन्‍होंने कहा, 'अफगानिस्तान में इस्लामी शासन है. इस्लाम में सभी के अधिकार सुरक्षित हैं, चाहे वह पुरुष हो या महिला, सभी को आजादी है. किसी पर कोई पाबंदी नहीं है.
  • इधर, भारतीय विदेश मंत्रालय ने साफ कर दिया था कि अफगानिस्‍तान के विदेश मंत्री द्वारा बुलाई गई प्रेस वार्ता में उसकी कोई भागीदारी नहीं थी.
  • अफगान विदेश मंत्री को अपने पिछले प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति से उपजे विवाद पर सवालों की बौछार का सामना करना पड़ा.
  • अफगान विदेश मंत्री ने कहा, 'जहां तक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस की बात है, इसे शॉर्ट नोटिस पर बुलाया गया था. पत्रकारों की एक छोटी लिस्‍ट जल्‍दी-जल्‍दी तैयार की गई थी. यह एक तकनीकी मुद्दा था.' मत्तकी ने कहा कि महिला पत्रकारों को बाहर रखने की कोई मंशा नहीं थी.'
  • अफगानिस्तान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी ने कहा, 'हमारे सहयोगियों ने विशिष्ट पत्रकारों को निमंत्रण भेजने का निर्णय लिया था तथा इसके अलावा कोई अन्य इरादा नहीं था.' अफगान विदेश मंत्री ने यह भी कहा कि किसी के भी अधिकारों का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहि, चाहे वह पुरुष हो या महिला.'
  • कई विपक्षी नेताओं ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में महिला पत्रकारों की अनुपस्थिति को 'अस्वीकार्य' और 'महिलाओं का अपमान' बताया था. कई मीडिया संस्थाओं ने भी अफगान विदेश मंत्री की आलोचना की थी.
  • इससे पहले शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में महिला पत्रकारों को शामिल न करने के लिए भारत के विपक्षी दलों और पत्रकारों की ओर से अफगान विदेश मंत्री की कड़ी आलोचना की गई थी.
  • मुत्तकी गुरुवार को छह दिवसीय यात्रा पर नयी दिल्ली पहुंचे थे. अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के सत्ता से हटने और तालिबान के सत्ता अपने हाथों में लेने के चार साल बाद तालिबान सरकार के किसी नेता की भारत की यह पहली हाई लेवल यात्रा है. भारत ने अब तक तालिबान को मान्यता नहीं दी है.
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