समाजवादी पार्टी प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि देश के सशस्त्र बलों की कुर्बानी पर कभी सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए. अखिलेश ने कहा कि लोकतंत्र में हालांकि सवाल पूछना नेताओं का मौलिक अधिकार है. उन्होंने ट्वीट किया, 'हमारे सशस्त्र बलों के बलिदानों पर सवाल नहीं उठाया जाना चाहिए. अखिलेश ने ट्वीट किया कि इस सरकार को स्वयं को भारतीय सेना की तरह दिखाना बंद कर देना चाहिए. वे नेता खतरनाक हैं, जो कहते हैं कि उनसे सवाल नहीं किया जा सकता. ट्विटर पर की गयी उनकी यह टिप्पणी इस लिहाज से अहम है कि हाल में सपा नेता राम गोपाल यादव ने दावा किया था कि पुलवामा आतंकवादी हमला वोट हासिल करने के लिए रचा गया ‘‘षड्यंत्र'' था.
The sacrifices of our Armed Forces should never be questioned.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) March 22, 2019
To ask questions of politicians in a democracy is our fundamental right.
This government needs to stop pretending to be the Indian Army. Politicians who say they cannot be questioned are dangerous.
बता दें कि समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने पुलवामा आतंकी हमले को 'साजिश' बताया था. उन्होंने कहा कि जब सरकार बदलेगी तो इसकी जांच होगी और बड़े-बड़े लोग फंसेंगे. बुधवार को राम गोपाल यादव ने कहा था कि अर्धसैनिक बल सरकार से दुखी हैं. वोट के लिए जवान मार दिए गए. जम्मू-श्रीनगर के बीच चेकिंग नहीं थी. जवानों को सिंपल बस में भेज दिया. ये साजिश थी, अभी नहीं कहना चाहता. जब सरकार बदलेगी, इसकी जांच होगी. तब बड़े-बड़े लोग फंसेंगे.'
कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के काफिले पर हमला कर दिया था. इस काफिले पर एक आत्मघाती आतंकी ने कार में खुद को उड़ाकर हमला कर दिया था. हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे. हमले के तुरंद बाद आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसकी जिम्मेदारी ली थी. इस हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव का माहौल बन गया था. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान बालाकोट में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी. भारतीय वायुसेना के कई लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तानी सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों ध्वस्त किया था.
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