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अलग होती है खाना बनाने वाली, चेहरे पर लगाने वाली और दूध में डालने वाली हल्दी, न्यूट्रिशनिस्ट से जानें कैसे करें पहचान

Which type of haldi is best for skin: आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं स्किन के लिए किस हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए और खाने के लिए कौन सी हल्दी बेस्ट होती है.

अलग होती है खाना बनाने वाली, चेहरे पर लगाने वाली और दूध में डालने वाली हल्दी, न्यूट्रिशनिस्ट से जानें कैसे करें पहचान
कितनी तरह की होती है हल्दी?

Which haldi should be used for face: हल्दी हर भारतीय रसोई में पाई जाती है. पीले रंग की ये हर्ब न केवल खाने का जायका बढ़ाने का काम करती है, बल्कि हल्दी आपकी स्किन और सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर हल्दी एक जैसी नहीं होती? यानी जिस हल्दी को आप दूध में मिलाकर पीते हैं या सब्जी में डालकर खाते हैं, वो चेहरे पर लगाने वाली हल्दी नहीं होती है. ऐसे में आइए एक्सपर्ट्स से जानते हैं स्किन के लिए किस हल्दी का इस्तेमाल करना चाहिए और खाने के लिए कौन सी हल्दी बेस्ट होती है.

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट?

मामले को लेकर फेमस सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में वे बताती हैं, अगर स्किन के लिए सही प्रकार की हल्दी का इस्तेमाल न किया जाए, तो लाभ मिलने के बजाय नुकसान हो सकते हैं. इसलिए हल्दी को पहचानना और उसका सही उपयोग करना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं किस हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें-

कितनी तरह की होती है हल्दी?

न्यूट्रिशनिस्ट्स के अनुसार, हल्दी को मुख्य रूप से तीन भागों में बांटा जा सकता है, पहला स्किन की देखभाल के लिए, दूसरा स्वास्थ्य लाभ के लिए और तीसरा रोज भोजन में डालने के लिए.

त्वचा के लिए हल्दी
  • इसके लिए न्यूट्रिशनिस्ट्स कस्तूरी हल्दी और सफेद हल्दी का इस्तेमाल करने की सलाह देती हैं.
  • कस्तूरी हल्दी त्वचा की चमक बढ़ाने, टैन हटाने और एक्ने-पिंपल को ठीक करने में फायदेमंद होती है. इसे चेहरे पर लगाया जाता है लेकिन यह खाने योग्य नहीं होती.
  • वहीं, दूसरी ओर सफेद हल्दी का इस्तेमाल उबटन बनाने और जख्मों पर मरहम में किया जाता है, साथ ही यह पाचन में भी मदद करती है. पर इसे भी सीधे भोजन में नहीं डालना चाहिए.
इम्यूनिटी और हीलिंग के लिए हल्दी
  • श्वेता शाह बताती हैं, लाकाडोंग हल्दी में सबसे ज्यादा कर्क्यूमिन पाया जाता है (7-12%), जिससे इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बढ़ जाते हैं. ऐसे में हल्दी वाला दूध बनाने के लिए  लाकाडोंग हल्दी का इस्तेमाल करें.
  • वहीं, अगर आप पाचन से जुड़ी समस्याओं को दूर करना चाहते हैं, तो इसके लिए हल्दी का इस्तेमाल करें. ये मुख्य रूप से केरल में पाई जाती है और यह पाचन तंत्र को सुधारने में मदद करती है. इसे काढ़ों या गर्म पानी में मिलाकर लिया जाता है.
रोजाना खाना पकाने के लिए हल्दी
  • न्यूट्रिशनिस्ट्स इरोड हल्दी को खाना बनाने के लिए सबसे अच्छा बताती हैं. 
  • इससे अलह राजापुरी हल्दी हल्के पीले रंग की होती है और इसे भी सामान्य भोजन में इस्तेमाल किया जा सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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