
Vaginal Hygiene: आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम अपनी सेहत पर ध्यान देने का समय तो निकाल लेते हैं. लेकिन शरीर के कुछ हिस्सों की साफ-सफाई को लेकर कई बार अनजान भी रह जाते हैं. खासकर महिलाओं के लिए वेजाइनल हाइजीन (Vagina Ki Safai Kaise Karen) यानी गुप्तांगों की साफ-सफाई एक बेहद जरूरी लेकिन अक्सर नजरअंदाज किया जाने वाला विषय है. बिना जानकारी के कई बार महिलाएं या तो उसकी सफाई से अनजान रह जाती हैं या फिर जरूरत से ज्यादा सफाई करती हैं. दोनों ही तरीके बेहद गलत हैं. हम आपको बता रहे हैं गुप्तांग (Private Parts Ko Clean Kaise Rakhen) के एरिये की प्रॉपर सफाई के तरीके. पर, सबसे पहले जानिए कि वेजाइनल हाइजीन क्यों जरूरी है.

वेजाइनल हाइजीन क्यों है जरूरी | Why Vaginal Hygiene Important
महिलाओं के शरीर में गुप्तांगों का एरिया बहुत संवेदनशील होता है. यहां इन्फेक्शन का खतरा बाकी अंगों की तुलना में ज्यादा होता है. सही हाइजीन न रखने पर जलन, खुजली, बदबू या सफेद पानी जैसी समस्याएं शुरू हो सकती हैं.
इसके अलावा, पीरियड्स के दौरान, यूरीन डिस्चार्ज, पसीना, शेविंग या वैक्सिंग के कारण भी बैक्टीरिया पनप सकते हैं. सेक्स के बाद भी अगर सफाई न की जाए तो इंफेक्शन का रिस्क और बढ़ जाता है. इसलिए वेजाइनल एरिया को साफ रखना न सिर्फ सेहत के लिए, बल्कि सेल्फ कॉन्फिडेंस के लिए भी जरूरी है.
हाइजीन की शुरुआत कब करें | When To Start Hygiene
जैसे हम बच्चों को शुरू से हाथ धोने की आदत सिखाते हैं, वैसे ही किशोरावस्था में ही वेजाइनल हाइजीन की जानकारी देना जरूरी है. पीरियड्स शुरू होते ही साफ-सफाई की आदत डालनी चाहिए. ताकि भविष्य में किसी तरह की परेशानी से बचा जा सके.
कितनी बार सफाई करनी चाहिए | How often should cleaning be done
हर दिन नहाते समय एक बार वेजाइनल एरिया को अच्छे से साफ करना पर्याप्त होता है. दिन में बार-बार सफाई करने की जरूरत नहीं होती, क्योंकि बार-बार धोने से वहां की नेचुरल नमी खत्म हो सकती है, जिससे ड्रायनेस और जलन बढ़ सकती है.
कैसे करें सफाई | How to clean
- सफाई हमेशा फ्रंट टू बैक दिशा में करें, यानी आगे से पीछे की ओर.
- सिर्फ बाहरी हिस्से की सफाई करें, अंदरूनी हिस्से को साफ करने की कोई जरूरत नहीं होती.
- किसी तरह की क्रीम या हार्श साबुन का इस्तेमाल न करें.
- अगर साबुन का प्रयोग कर भी रहे हैं तो ऐसा माइल्ड और खुशबू रहित साबुन चुनें जिसमें कोई केमिकल, परफ्यूम या पैराबीन न हो.
इंटीमेट वॉश – करें या न करें | Intimate Wash - Do Or Not To Do
आजकल बाजार में कई तरह के इंटीमेट वॉश मिलते हैं लेकिन हर स्किन को हर प्रोडक्ट सूट नहीं करता. अगर जरूरत महसूस हो या डॉक्टर की सलाह हो तो ही इन्हें सप्ताह में एक-दो बार उपयोग करें. वो भी सीमित मात्रा में. अगर कोई दिक्कत हो रही है तो साधारण गुनगुने पानी से साफ करना सबसे सुरक्षित उपाय है.
पीरियड्स के दौरान क्या सावधानी रखें | Precautions Should Be Taken During Periods
- पैड या कप को हर 4-6 घंटे में बदलें.
- हर बार पैड बदलने के बाद हल्के गुनगुने पानी से एरिया को धो लें.
- अगर टैम्पून या मेंस्ट्रुअल कप का इस्तेमाल कर रही हैं, तो इन्हें बदलते समय सफाई का खास ध्यान रखें.
क्या पहनावे का असर पड़ता है | Does clothing have an impact
टाइट कपड़े और सिंथेटिक पैंटीज पहनने से एरिया में हवा नहीं पहुंचती और पसीना जमा रहता है. जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ता है. इसलिए कॉटन की ढीली और आरामदायक पैंटीज पहनना बेहतर होता है.
किन बातों से बचें | What Things Should You Avoid
- बार-बार वॉश न करें.
- पाउडर या डियोड्रेंट का प्रयोग न करें.
- किसी भी तरह की खुजली, जलन या बदबू महसूस हो तो डॉक्टर से मिलें.
- टॉयलेट यूज करने के बाद भी हमेशा फ्रंट टू बैक साफ करें.
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