
Healthy Tips: फल हमारी डाइट का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं और इसीलिए खानपान में खूब शामिल भी किए जाते हैं. वहीं, फलों के अलावा फलों के जूस (Fruit Juice) भी बच्चे और बड़े बहुत चाव से पीते हैं. खासतौर से बच्चों को अक्सर ही माता-पिता फलों का जूस पिलाते हैं. सभी के पास जूस बनाने जितना समय नहीं होता है इसीलिए पैकेट वाले फलों के जूस बच्चों को पिला दिए जाते हैं. लेकिन, क्या सचमुच ये फ्रूट जूस बच्चों के लिए हेल्दी होते हैं? पीडियाट्रिशियन डॉ. रवि मलिक ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में बताया कि बच्चों की सेहत पर इन फ्रूट जूस का क्या असर पड़ता है.
बच्चों के लिए फलों का जूस फायदेमंद है या नहीं
डॉ. रवि मलिक का कहना है कि IAP और अमेरिकन अकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स का कहना है कि एक साल से छोटे बच्चों को जूस बिल्कुल भी नहीं दे सकते हैं. 1 से 5 साल के छोटे बच्चे को जूस दिया जा सकता है लेकिन सिर्फ 4 आउंस यानी 120 एमएल और वो भी तब जब उसे ताजा फल (Fresh Fruits) नहीं दिए जा सकते हैं.
बच्चे को फल के जूस इसलिए नहीं देते क्योंकि उनके अंदर शुगर होती है, फाइबर नहीं होता और बच्चे की प्रेफरेंस शुगरी टेस्ट की हो जाती है. इसकी वजह से नट्स और लेग्यूम्स या दालों की तरफ बच्चे की रुचि नहीं जाती और वह फिर हर समय जूस ही मांगता है.
बच्चे को कैसा जूस देना चाहिएडॉक्टर का कहना है कि बच्चे को अगर जूस दें तो वह ताजा और घर पर बना हुआ होना चाहिए. इस बात का ध्यान रहे कि आप बच्चे को टेटरा पैक का जूस ना दें. जूस के कुछ सेफ ऑल्टरनेटिव्स भी बच्चे को दिए जा सकते हैं, जैसे बच्चे को स्मूदी दी जा सकती है, दूध दिया जा सकता है या फिर उसे नारियल पानी दे सकते हैं. इसके अलावा पोषक तत्वों से भरपूर चीजों से बच्चे का पेट भरने की कोशिश करें. नट्स, लेग्यूम्स या दालें बच्चे की सेहत के लिए ज्यादा अच्छी होती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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