
White Discharge Remedy: महिलाओं में वजाइनल डिस्चार्ज एक नॉर्मल बॉडी प्रोसेस है. ये वजाइना को साफ और हेल्दी रखने में मदद करता है. हालांकि, कई बार व्हाइट डिस्चार्ज (सफेद पानी आना) की समस्या काफी बढ़ जाती है, जिसके चलते असहजता का एहसास भी बढ़ जाता है. अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है, तो ये आर्टिकल आपके लिए मददगार हो सकता है. डॉक्टर हंसाजी के नाम से मशहूर योगगुरु हंसा योगेंद्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो में उन्होंने बिना दवाओं के व्हाइट डिस्चार्ज से छुटकारा पाने के कुछ नेचुरल और असरदार उपाय बताए हैं. आइए जानते हैं इनके बारे में-
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क्या कहती हैं एक्सपर्ट?
वीडियो में हंसाजी बताती हैं, सबसे पहले यह समझना जरूरी है कि नॉर्मल व्हाइट डिस्चार्ज हल्का, साफ और बिना किसी बदबू के होता है. लेकिन जब यह पीला, हरा या दही जैसा गाढ़ा हो जाए, साथ में जलन या खुजली हो, तो यह इंफेक्शन का संकेत हो सकता है.
कैसे पाएं व्हाइट डिस्चार्ज से छुटकारा?दही या छाछ का सेवन
डॉक्टर हंसाजी बताती हैं, अगर व्हाइट डिस्चार्ज ज्यादा है, तो रोज एक कटोरी दही या एक गिलास छाछ लें. इनमें मौजूद गुड बैक्टीरिया वजाइना को हेल्दी बनाए रखते हैं.
धनिया का पानीरात में एक चम्मच धनिया के बीज भिगो दें और सुबह खाली पेट उसका पानी पिएं. यह शरीर के बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है, जिससे भी व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या कम होने लगती है.
नारियल पानी और तेलएक गिलास नारियल पानी पिएं और खाने में नारियल तेल का प्रयोग करें. ये दोनों एंटीबैक्टीरियल होते हैं और शरीर को ठंडक देते हैं.
भिंडी का पानीयोग गुरु बताती हैं, भिंडी को पानी में उबालकर उसका पानी सुबह खाली पेट पीने से शरीर का अतिरिक्त म्यूकस निकलता है.
नीम ऑयल से स्नानइन सब से अलग गुनगुने पानी में नीम के तेल की कुछ बूंदें डालकर उसमें बैठें और 'अश्विनी मुद्रा' करें. डॉक्टर हंसाजी बताती हैं, यह तरीका प्राइवेट पार्ट्स की सफाई और मजबूती के लिए बहुत फायदेमंद है.
इन बातों का रखें ध्यान
- व्हाइट डिस्चार्ज होने पर योग गुरु कुछ सावधानी बरतने की भी सलाह देती हैं. जैसे-साफ और सूती अंडरगारमेंट्स पहनें.
- हमेशा साफ-सफाई का ध्यान रखें.
- ज्यादा मीठा, तला-भुना, मसालेदार खाना और अल्कोहल से बचें.
- दिन भर में भरपूर पानी पिएं.
- इन सब से अलग रोज थोड़ा व्यायाम करें और समय पर सोएं.
डॉ. हंसा योगेंद्र के अनुसार, सफेद पानी आना महिला के शरीर का स्वाभाविक हिस्सा है. लेकिन जब शरीर कुछ अलग संकेत दे, तो उसे समझें और सही समय पर उपाय करें. खुद का ख्याल रखना हर महिला की जिम्मेदारी है. थोड़ी सी सावधानी और एक अच्छा लाइफस्टाइल बहुत फर्क ला सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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