 
                                            Diabetes Remedy: डायबिटीज एक मेटाबॉलिक डिसऑर्डर है. इसके दो टाइप हैं. टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज. टाइप 1 डायबिटीज अनुवांशिक होती है. इससे पीड़ित व्यक्ति की बॉडी में इंसुलिन बनना कम या बंद हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है. वहीं, टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति की बॉडी में इंसुलिन बनता तो है, लेकिन बॉडी इसका सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाती है. इस कंडीशन में भी ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है, जो बॉडी को कई तरह से नुकसान पहुंचाने लगता है. यही वजह है कि डायबिटीज के पेशेंट्स के लिए अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल करना बेहद जरूरी होता है.
अब, अगर आप भी डायबिटीज से पीड़ित हैं, तो यहां हम आपको शुगर कंट्रोल करने का एक आसान नुस्खा बता रहे हैं. ये खास नुस्खा फेमस डॉ. सलीम जैदी ने एक वीडियो के जरिए बताया है. अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर कर डॉक्टर बताते हैं, 'हेल्दी लाइफस्टाइल और सही खानपान के साथ डायबिटीज को मैनेज करने में मदद मिल सकती है. खासकर आयुर्वेद में कई ऐसी हर्ब्स बताई गई हैं, जिनका सेवन नेचुरल तरीके से शुगर को कंट्रोल करने में मददगार हो सकता है. आप ऐसी ही 3 हर्ब्स से एक चूर्ण बनाकर इसका नियमित सेवन कर सकते हैं.'
कैसे बनाएं चूर्ण?
- इसके लिए जामुन की गुठली, करेले के बीज और गुड़मार को बराबर मात्रा में लें.
- तीनों चीजों को मिक्सर में डालकर बारीक पाउडर बना लें.
- इस पाउडर को छाने और किसी एयर टाइट कंटेनर में बंद कर रख लें.
डॉक्टर दिन में दो बार एक चम्मच इस पाउडर को खाने की सलाह देते हैं. डॉ. जैदी के मुताबिक, आप दोपहर के खाने से आधे घंटे पहले और फिर रात के खाने से आधे घंटे पहले 1-1 चम्मच इस पाउडर का सेवन करें. लगातार 21 दिनों तक ऐसा करने से आपको अपने शुगर के लेवल में जबरदस्त कंट्रोल देखने को मिलेगा. आप नोटिस करेंगे कि आपका ब्लड शुगर लेवल नेचुरल तरीके से कंट्रोल रहने लगेगा.
कैसे पहुंचाता है फायदा?जामुन की गुठली
डॉक्टर जैदी से अलग एनआईएच (NIH) की एक रिपोर्ट भी जामुन की गुठली को डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद बताती है. इन गुठली में जोम्बोलिन और जम्बोसिन (jambosine) नाम के तत्व होते हैं. ये खून में शुगर की रिलीज को धीमा कर देते हैं.
करेले के बीजकरेले के बीजों में पॉलीपेप्टाइड-पी, विसिन और लेक्टिन (lectin) जैसे यौगिक पाए जाते हैं. ये यौगिक पैंक्रियाज से इंसुलिन के रिलीज को उत्तेजित करते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.
गुड़मारइन सब से अलग कुछ अन्य हेल्थ रिपोर्ट्स के नतीजे बताते हैं कि गुड़मार में जिम्नेमिक एसिड नाम का एक पदार्थ होता है. ये आंतों में शुगर के अवशोषण को कम करने और इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है. इससे भी ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है.
इस तरह डायबिटीज पेशेंट्स के लिए जामुन की गुठली, करेले के बीज और गुड़मार से तैयार पाउडर बेहद फायदेमंद हो सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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