
Healthy Diet: सुबह की शुरुआत अच्छी सेहतमंत चीजों से ना की जाए तो शरीर पर कई तरह से बुरा प्रभाव पड़ सकता है. इससे शरीर के एनर्जी लेवल्स तो कम रहते ही हैं, साथ ही ऑवलओल हेल्थ पर भी असर पड़ता है. वहीं, सुबह अगर बहुत ज्यादा हल्का नाश्ता (Morning Breakfast) किया जाए तो थोड़ी ही देर में भूख लगने लगती है और कुछ बहुत ज्यादा खाने पर पेट हर समय भारी रहता है और कई बार तो पेट में गैस भी बनने लगती है. जो नाश्ता किया जा रहा है उसका पोषक तत्वों से भरपूर होना भी जरूरी होता है. ऐसे में नाश्ता सोच-समझकर ही करना चाहिए. इसी बारे में बता रहे हैं न्यूट्रिशनिस्ट हेत पटेल. यहां जानिए कौनसी वो 7 चीजें जिन्हें नाश्ते में कभी नहीं खाना चाहिए क्योंकि ये फूड्स हार्मोंस के लिए अच्छे नहीं होते हैं और कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों (Health Problems)को बढ़ाने का काम करते हैं.
नाश्ते में नहीं खानी चाहिए ये 7 चीजें | 7 Foods To Avoid In Breakfast
दूध के साथ सीरीयल्सन्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि दूध के साथ सीरीयल्स खाना एक बुरा नाश्ते का ऑप्शन है. इसमें शुगर भरपूर मात्रा में होती है और प्रोटीन की मात्रा ना के बराबर होती है. इससे इंसुलिन स्पाइक बढ़ता है और एनर्जी क्रैश होती रहती है. इसके बजाय होममेड ग्रोनेला नट्स या सूखे मेवे को ग्रीक योगर्ट में डालकर खाना चाहिए जिससे शुगर लेवल्स भी कंट्रोल में रहते हैं.
कॉफी या चाय के साथ बिस्कुटकॉफी या चाय के साथ बिस्कुट खाने पर शरीर को कोई खासा पोषण नहीं मिलता बल्कि खाली कार्ब्स मिलते हैं जिससे भूख भी बनी रहती है और शरीर को शुगर की क्रेविंग होती है. ऐसे में बैलेंस्ड मील के बाद ही कॉफी या चाय लेनी चाहिए और बिस्कुट के बजाय मुट्ठीभर नट्स खाने चाहिए या अंडा खाना चाहिए.
सैंडविचरिफाइंड ब्रेड्स और प्रोसेस्ड फिलिंग से भरे सैंडविच ब्लड शुगर स्पाइक (Blood Sugar Spike) और इंफ्लेमेशन का कारण बनते हैं. न्यूट्रिशनिस्ट का कहना है कि इससे बेहतर ऑप्शन है होल ग्रेन या मिलेट ब्रेड खाना और इसमें प्रोटीन के लिए अंडे या पनीर के साथ फाइबर से भरपूर सब्जियां डालनी चाहिए.
उपमा या पोहा
डाइटीशियन का कहना है कि पोहा (Poha) और उपमा लगते तो हेल्दी हैं लेकिन इनमें कार्ब्स होते हैं जिससे भूख ज्यादा लगती है. ऐसे में 50 प्रतिशत सब्जियों के साथ 60 प्रतिशत उपमा या पोहा डालकर खाना चाहिए इसमें पनीर, स्प्राउट्स या पेट भरने के लिए दही डालनी चाहिए.
फलों के जूस और टोस्टएकसाथ फलों के जूस और टोस्ट खाना परफेक्ट फूड कोंबिनेशन लगता है लेकिन यह शुगर बॉम्ब होता है. इनमें ना ही प्रोटीन होता है और ना ही फाइबर. इससे इंसुलिन स्पाइक बढ़ता है और भूख भी नहीं पूरी होती. इससे बेहतर ऑप्शन है कि पूरा फल जस का तस ही खा लिया जाए जिससे शरीर को फाइबर मिले. इसे नट बटर टोस्ट और प्रोटीन (Protein Rich Breakfast) के लिए अंडे के साथ खाया जा सकता है.
फ्लेवर वाले इंस्टेंट ओट्सफ्लेवर वाले इंस्टेंट ओट्स में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है और फाइबर के साथ ही प्रोटीन भी कम होता है. ऐसे में शुगर क्रैश होने लगता है और मिड मॉर्निंग तक भूख लगना शुरू हो जाती है. इससे बेहतर नाश्ता है रोल्ड ओट्स को चिया सीड्स, नट बटर और कुछ फ्रूट्स के साथ खाना. इससे शरीर को बैलैंस्ड न्यूट्रिशन मिलता है.
ब्रेकफास्ट में सिर्फ फल खानाशरीर को ऊर्जा देने के लिए नाश्ते में सिर्फ फल खाना एक अच्छा ऑप्शन नहीं है. शरीर को सिर्फ कार्ब मिलने पर भूख लगती है और मूड स्विंग्स बढ़ते हैं. ऐसे में फल के साथ प्रोटीन का कोई स्त्रोत जैसे ग्रीक योगर्ट, उबले अंडे या फिर कॉटेज चीज लें.
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