जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा. (फाइल फोटो)
- राज्यपाल एनएन वोहरा ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
- जम्मू कश्मीर में शुक्रवार शाम को होगी बैठक
- पीडीपी-बीजेपी गठबंधन टूटने के बाद राज्यपाल शासन लागू
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श्रीनगर :
जम्मू कश्मीर के राज्यपाल एनएन वोहरा ने राज्य में राज्यपाल शासन लागू होने के मद्देनजर स्थिति पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है. राज्य में भाजपा-पीडीपी गठबंधन सरकार गिरने के एक दिन बाद जम्मू कश्मीर में राज्यपाल शासन लागू किया गया था.
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बता दें कि भाजपा ने 'व्यापक राष्ट्रीय हित' और 'सुरक्षा हालात के बिगड़ने' का जिक्र करते हुए क्षेत्रीय दल पीडीपी के साथ करीब तीन साल पुराना अपना गठबंधन तोड़ दिया था. एक गजट अधिसूचना के मुताबिक वोहरा ने राज्यपाल शासन को हटाए जाने की घोषणा होने तक विधानसभा को निलंबित स्थिति में रख दिया है. मौजूदा विधानसभा का छह साल का कार्यकाल मार्च 2021 में खत्म हो रहा है. अधिकारियों के मुताबिक राज्यपाल ने राज्य की स्थिति पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय पार्टियों की प्रदेश इकाई के प्रमुखों सहित सभी पार्टी प्रमुखों की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. उन्होंने कहा कि बैठक शाम में होगी.
यह भी पढ़ें : सियासी संकट के बीच जम्मू-कश्मीर में लगा राज्यपाल शासन, राष्ट्रपति कोविंद ने दी मंजूरी
बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर की 87-सदस्यीय विधानसभा के लिए वर्ष 2014 में 25 नवंबर और 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में चुनाव करवाए गए थे, जिनमें तत्कालीन सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस की हार हुई, और कांग्रेस के साथ गठबंधन में सरकार चला रही पार्टी को सिर्फ 15 सीटों से संतोष करना पड़ा. दूसरी ओर, वर्ष 2008 में सिर्फ 11 सीटों पर जीती BJP ने इस बार 'मोदी लहर' में 25 सीटें जीतीं, और 52 दिन के गवर्नर शासन के बाद पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की PDP को समर्थन देकर सरकार बनवा दी.
VIDEO : जम्मू-कश्मीर में पीडीपी से अलग हुई बीजेपी, बताए ये कारण
1 मार्च, 2015 को सत्तासीन हुए सईद का जनवरी, 2016 में देहावसान होने के कारण सरकार फिर संकट में आ गई, और राज्य में एक बार फिर गवर्नर शासन लगाना पड़ा. इस बार 88 दिन तक गवर्नर शासन लगा रहने के बाद सईद की पुत्री महबूबा मुफ्ती को समर्थन देकर BJP ने फिर सरकार बनवाई, जो मंगलवार को समर्थन वापसी के ऐलान के साथ ही गिर गई है.
(इनपुट : भाषा)
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Jammu and Kashmir Governor NN Vohra calls all-party meet tomorrow to discuss the situation in the wake of implementation of Governor’s rule in the state
— ANI (@ANI) June 21, 2018
बता दें कि भाजपा ने 'व्यापक राष्ट्रीय हित' और 'सुरक्षा हालात के बिगड़ने' का जिक्र करते हुए क्षेत्रीय दल पीडीपी के साथ करीब तीन साल पुराना अपना गठबंधन तोड़ दिया था. एक गजट अधिसूचना के मुताबिक वोहरा ने राज्यपाल शासन को हटाए जाने की घोषणा होने तक विधानसभा को निलंबित स्थिति में रख दिया है. मौजूदा विधानसभा का छह साल का कार्यकाल मार्च 2021 में खत्म हो रहा है. अधिकारियों के मुताबिक राज्यपाल ने राज्य की स्थिति पर चर्चा के लिए राष्ट्रीय पार्टियों की प्रदेश इकाई के प्रमुखों सहित सभी पार्टी प्रमुखों की एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है. उन्होंने कहा कि बैठक शाम में होगी.
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बता दें कि जम्मू एवं कश्मीर की 87-सदस्यीय विधानसभा के लिए वर्ष 2014 में 25 नवंबर और 20 दिसंबर के बीच पांच चरणों में चुनाव करवाए गए थे, जिनमें तत्कालीन सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस की हार हुई, और कांग्रेस के साथ गठबंधन में सरकार चला रही पार्टी को सिर्फ 15 सीटों से संतोष करना पड़ा. दूसरी ओर, वर्ष 2008 में सिर्फ 11 सीटों पर जीती BJP ने इस बार 'मोदी लहर' में 25 सीटें जीतीं, और 52 दिन के गवर्नर शासन के बाद पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की PDP को समर्थन देकर सरकार बनवा दी.
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1 मार्च, 2015 को सत्तासीन हुए सईद का जनवरी, 2016 में देहावसान होने के कारण सरकार फिर संकट में आ गई, और राज्य में एक बार फिर गवर्नर शासन लगाना पड़ा. इस बार 88 दिन तक गवर्नर शासन लगा रहने के बाद सईद की पुत्री महबूबा मुफ्ती को समर्थन देकर BJP ने फिर सरकार बनवाई, जो मंगलवार को समर्थन वापसी के ऐलान के साथ ही गिर गई है.
(इनपुट : भाषा)
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