फेक न्यूज रोकने के लिये वाट्सएप ने अखबारों में विज्ञापन दिया है.
नई दिल्ली:
फेक न्यूज फैलाने में सबसे बड़ा माध्यम बन चुके वाट्एसएप को अब अपना एक संदेश यूजर तक पहुंचाने के लिये भारत में अखबारों का सहारा लेना पड़ रहा है. उसने आज अखबारों में एक विज्ञापन जारी किया है और इसमें भी उसने फेक न्यूज से निपटने के लिये दिशा-निर्देश जारी किये हैं. गौरतलब है कि वाट्सएप पर फैलाये जा रहे फेक न्यूज की वजह से सरकार और प्रशासन भी परेशान हैं. हाल ही में सीरिया के कुछ बच्चों का एक वीडियो फैलाकर और 20 से ज्यादा लोगों को भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया. वाट्सएप पर फेक न्यूज रोकने के लिये सरकार की ओर से कई कदम उठाये गए हैं लेकिन कोई खास असर नहीं दिखा. वहीं फेक न्यूज से निपटने के लिये अखबारो में विज्ञापन देकर एक तरह से यह भी साबित होता है कि वाट्सएप को भी अपने ही प्लेटफॉर्म पर ज्यादा भरोसा नहीं रहा है. जो विज्ञापन जारी किया गया है उसे एक मैसेज की तरह एक क्लिक में भेजकर करोड़ों लोगों तक संदेश पहुंचाया जा सकता था.
सीरिया के एक वीडियो की वजह से महाराष्ट्र के धुले में कर दी गई थी 5 लोगों की पीट-पीटकर हत्या
वाट्सएप की ओर से जारी किये गये दिशा-निर्देश
सीरिया के एक वीडियो की वजह से महाराष्ट्र के धुले में कर दी गई थी 5 लोगों की पीट-पीटकर हत्या
वाट्सएप की ओर से जारी किये गये दिशा-निर्देश
- अग्रेषित किये संदेशों से सावधान रहें.
- ऐसी जानकारी की जांच करें जिस पर यकीन करना कठिन हो
- संदेशों में मौजूद फोटो को ध्यान से देखें
- अन्य स्त्रोतों का उपयोग करें
- आप जो देखना चाहते हैं उसे नियंत्रित कर सकते हैं
- ऐसी जानकारी या तथ्यों पर सवाल उठाएं जो आपको परेशान करती हो
- ऐसे संदेशों से बचें जो थोड़े अलग दिखते हों
- लिंक भी जांच करें
- सोच- समझकर संदेशों को साझा करें
- झूठी खबरें अक्सर फैलती हैं
वाट्सएप का विज्ञापन
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