उत्तराखंड: हिमस्खलन प्रभावित उत्तराखंड के शिखर से 14 पर्वतारोहियों को बचाया गया

उत्तराखंड (Uttarakhand) में उत्तर काशी जिले के द्रोपदी का डांडा शिखर पर हिमस्खलन के बाद से लापता हुए एक पर्वतारोही टीम के 14 सदस्यों को बुधवार को बचा लिया.

उत्तराखंड: हिमस्खलन प्रभावित उत्तराखंड के शिखर से 14 पर्वतारोहियों को बचाया गया

चौहान ने बताया कि बचाए गए 14 लोगों में से 10 ट्रेनीज़ और चार ट्रेनर हैं.

देहरादून:

उत्तराखंड (Uttarakhand) में उत्तर काशी जिले के द्रोपदी का डांडा शिखर पर हिमस्खलन के बाद से लापता हुए एक पर्वतारोही टीम के 14 सदस्यों को बुधवार को बचा लिया. अलग अलग एजेंसियों और वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद से चलाए जा रहे खोज एवं बचाव अभियान के जरिए अन्य लापता लोगों की तलाश की जा रही है. उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) के प्राचार्य कर्नल अमित बिष्ट ने मंगलवार को कहा था कि दस शवों को देखा गया है जिनमें से चार को बरामद कर लिया गया है. हालांकि पुलिस ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की है.

इससे पहले दिन में उत्तराखंड पुलिस ने बुधवार को उन 28 प्रशिक्षु पर्वतारोहियों की सूची जारी की जो 17,000 फुट की ऊंचाई पर भीषण हिमस्खलन होने के बाद से लापता हैं. भटवारी के उपमंडल मजिस्ट्रेट छत्तर सिंह चौहान ने कहा कि टीम के 14 सदस्यों में से छह को हिमस्खलन में मामूली चोटें आई हैं और उन्हें हेलीकॉप्टर ने दो चक्कर लगाकर मतली से निकाला. उन्होंने कहा कि अन्य चक्करों में आठ और लोगों को निकाला गया और वे ठीक हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें एनआईएम वापस लाया जा रहा है.

चौहान ने बताया कि बचाए गए 14 लोगों में से 10 ट्रेनीज़ और चार ट्रेनर हैं.  उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और एनआईएम संयुक्त रूप से खोज एवं बचाव अभियान चला रहे हैं. मंगलवार सुबह पौने नौ बजे हुए हिमस्खलन के बाद से लापता पर्वतारोहियों की 41 सदस्यीय टीम के बाकी सदस्यों की तलाश की जा रही है.

कहा जा रहा है कि लापता लोग डोकरियानी बमक ग्लेशियर में हिमखंडकी में फंस गए हैं, जहां हिमस्खलन हुआ था. पुलिस की ओर से जारी सूची के अनुसार, ये प्रशिक्षु पश्चिम बंगाल, दिल्ली, तेलंगाना, तमिलनाडु, कर्नाटक, असम, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के हैं. बरामद किए गए शवों में पर्वतारोही सविता कंसवाल का शव भी शामिल है, जिन्होंने इस साल मई में एवरेस्ट पर चढ़ाई की थी. वह उत्तरकाशी जिले के लोंथरू गांव की रहने वाली थीं. खोज और बचाव अभियान बुधवार को सुबह शुरू हुआ तथा आईटीबीपी के चार जवान चीता और एएलएच हेलीकॉप्टरों से डोकरियानी ग्लेशियर गए. बचाव अभियान मंगलवार को अंधेरे के कराण बाधित हुआ था.

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चौहान ने बताया कि बचाए गए 14 लोगों में से 10 ट्रेनीज़ और चार ट्रेनर हैं. 
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)