भारत सरकार की ओर से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद TikTok की ओर से बयान आया है कि वह आदेश के पालन करने की प्रक्रिया में है. वहीं गूगल प्ले स्टोर और आईफोन से टिकटॉक को हटा दिया गया है. देशभर में मशहूर शॉर्ट वीडियो सर्विस ने यह भी कहा है कि ''भारतीय कानून के तहत डेटा को गोपनीय रखना और सुरक्षा आवश्यकताओं का पालन करना जारी रखा जाएगा.''
इसके साथ ही उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा है कि ''हमने किसी भी भारतीय टिकटॉक यूजर की कोई भी जानकारी विदेशी सरकार या फिर चीन की सरकार को नहीं दी है''. टिकटॉक इंडिया के हेड निखिल गांधी ने एक बयान में कहा कि, ''हमें स्पष्टीकरण और जवाब देने के लिए संबंधित सरकारी हितधारकों से मिलने के लिए आमंत्रित किया गया है''.
उन्होंने कहा, ''टिकटॉक ने अपने प्लेटफॉर्म को भारत में 14 भाषाओं में उपलब्ध करा कर इंटरनेट का लोकतांत्रिकरण किया है. इस एप का इस्तेमाल लाखों लोग करते हैं. इनमें से कुछ कलाकार, कहानीकार और शिक्षक हैं और अपनी जिंदगी के अनुसार वीडियो बनाते हैं. वहीं कई यूजर्स ऐसे भी हैं, जिन्होंने पहली बार टिकटॉक के जरिए इंटरनेट की दुनिया को देखा है''.
टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, वीचैट, शेयरइट और कैम स्केनर उन 59 चीन की ऐप्स में शामिल हैं, जिन्हें सरकार द्वारा देशभर में बैन किया गया है. आप यहां क्लिक करके बैन की गई सभी 59 चीनी ऐप्स की सूची देख सकते हैं.
सरकार की तरफ से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि 'उपलब्ध सूचना के अनुसार, ये ऐप्स उन गतिविधियों में लगे हुए हैं जो भारत की संप्रभुता और अखंडता,सुरक्षा, राज्य की सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था के लिए खतरनाक हैं.'
दरअसल, सरकार का यह फैसला लद्दाख के गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प के बाद आया है. बता दें, 15 और 16 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई झड़प में कर्नल समेत भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच सीमा पर तनातनी बनी हुई है.
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