पीएम मोदी ने समाचार एजेंसी ANI को दिए इंटरव्यू में सर्जिकल स्ट्राइक को बड़ा जोखिम वाला बताया. पीएम मोदी ने पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि सैनिकों की सुरक्षा की चिंता थी. पीएम मोदी ने कहा कि उरी में हुए आतंकी हमले में भारतीय सेना के कई जवानों को जिंदा जला दिया गया था. इसकी वजह से मेरे साथ-साथ भारतीय सेना के जवान भी बहुत गुस्से में थे, जिसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक की योजना बनाई गई. उन्होंने कहा कि जब उरी की घटना घटी और जिस प्रकार से हमारे सेना के जवानों को मारा गया, उस घटना ने मुझे बहुत बेचैन बना दिया था. मेरे भीतर एक आक्रोश था. मैं बेचैन हो गया था. उन्होंने कहा कि दो बार हमें सर्जिकल स्ट्राइक की डेट बदलनी पड़ी. मुझे पता था कि इसमें बहुत बड़ा रिस्क था. रिस्क इस बात का था कि मेरे जवान को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए.
जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सुनाई सर्जिकल स्ट्राइक की पूरी कहानी। pic.twitter.com/rL8KDtCj2k
— BJP (@BJP4India) January 1, 2019
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दूसरा यह तक किया गया कि सैनिकों की ट्रेनिंग होनी चाहिए. उन्हें सीक्रेट रूप से ट्रेनिंग भी दी गई. हम जब बैठे तो हमने यह तय किया कि इस डेट पर हम यह करेंगे. कौन कहां रहेगा यह तय किया गया. यह भी तय किया गया कि सूर्योदय से पहले सैनिक वापस आ जाने चाहिए. चाहे सफलता मिले या विफलता. हो सकता था कि हम विफल हों, पर मैं मेरे जवानों को मरने नहीं दूंगा. जवानों को खुद को निर्णय लेने का मौका दिया गया था. इस प्रक्रिया में भी थोड़ा समय निकल गया था.
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पीएम मोदी ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के दिन मैं लाइव कॉन्टैक्ट में था. लेकिन सुबह जानकारी आनी बंद हो गई. मैं फिर बेचैन हो गया. सूर्योदय के करीब-करीब एक घंटे के बाद तक वह समय मेरे लिए बहुत कठित था. मेरे सभी जवान जिंदा लौटे यह मेरी पहली प्राथमिकता थी. फिर एक खबर आई कि हमारी दो तीन टुकड़ियां हमारी सीमा में आ गई. सूर्योदय के बाद दो घंटे तक वापस आने का क्रम चला. मुझे सर्जिकल स्ट्राइक के बावजूद सीमा पार से हो रहे हमलों पर पीएम मोदी ने कहा कि, 'एक लड़ाई से पाकिस्तान सुधर जाएगा, यह सोचना बहुत बड़ी गलती होगी. पाकिस्तान को सुधरने में अभी और वक्त लगेगा'.
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पीएम ने इस दौरान कई मुद्दों पर बात की. उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए कोई अध्यादेश तभी लाया जा सकता है, जब इस पर कानूनी प्रक्रिया पूरी हो जाए. वहीं, आरबीआई के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे के सवाल पर पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने खुद इस्तीफा देने का अनुरोध किया था.
पीएम ने कहा कि, 'मैं इस बात का पहली बार खुलासा कर रहा हूं कि वे (उर्जित पटेल) पिछले 6-7 महीनों से इसके लिए कह रहे थे और लिखित में भी दिया था. ऐसे में राजनैतिक दबाव का तो प्रश्न ही नहीं बनता है. बतौर आरबीआई गर्वनर उन्होंने बहुत अच्छा काम किया.
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वहीं, नोटबंदी के सवाल पर पीएम ने कहा कि, यह कोई झटका नहीं था. हमनें लोगों को सालभर पहले ही चेता दिया था कि अगर आपके पास ऐसा पैसा (ब्लैक मनी) है तो आप इसको जमा कर सकते हैं, जुर्माना अदा कर सकते हैं और आपकी मदद की जाएगी, लेकिन उन्होंने सोचा कि मोदी भी औरों की तरह ही कह रहे हैं. बहुत कम लोग सामने आए. पीएम ने कहा कि जिन्होंने चार पीढ़ियों तक देश पर राज किया, वे आज बेल पर बाहर हैं...वह भी वित्तीय अनियमितताओं के मामले में.
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