
एयर इंडिया विमान हादसे के बाद अब विमानन क्षेत्र के सुरक्षा हालात का संसदीय समिति संज्ञान लेगी. सुरक्षा की स्थिति को लेकर चिंतित संसदीय समिति परिवहन, पर्यटन और संस्कृति मंत्रालयों की संसदीय समिति बैठक बुलाएगी. एक दिन पूरी बैठक सिर्फ़ सिविल एविएशन क्षेत्र में सुरक्षा को लेकर होगी. ये बैठक जुलाई के पहले सप्ताह में हो सकती है. सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों, एयरलाइंस के प्रतिनिधियों और बोइंग के प्रतिनिधियों को भी संसदीय समिति बुलाएगी.
सूत्रों के अनुसार- इस क्षेत्र में कई कमियां हैं. मेंटेनेंस बड़ा इश्यू है जिस पर सवाल जवाब होगा. ओवरऑल सेफ्टी के साथ हेलीकॉप्टर क्षेत्र में हो रही दुर्घटनाओं को भी शामिल करेंगे.डीजीसीए की भूमिका पर चर्चा होगी. एयरक्राफ़्ट मेंटेनेंस, पायलट की मेंटल स्टेटस वगैरह पर चर्चा होगी.
सूत्रों के अनुसार- संसदीय समिति की रिपोर्ट इसी मॉनसून सत्र में पेश की जा सकती है. समिति की एक बैठक 30 जून को गंगटोक में होगी जहाँ पूर्वोत्तर की एयर कनेक्टिविटी, सड़कों की स्थिति और पर्यटन पर चर्चा होगी. इसके लिए कमेटी के अध्यक्ष और कई सदस्य एयर इंडिया की उड़ान से जाएंगे. वैसे तो दूसरी एयरलाइंस का भी विकल्प था, लेकिन वे एयर इंडिया उड़ान से जाएंगे ताकि वे एयर इंडिया का अनुभव ले सकें.
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया विमान हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी सहित 241 लोगों की मौत हुई. हादसे में सिर्फ एक यात्री की जान बची है, जो भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है.एएआईबी दुर्घटना की जांच कर रही है और इसके अलावा विमान दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए गृह सचिव के अधीन एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया गया है. समिति तीन महीने में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी.
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