जम्मू में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सुंजवान आतंकी हमले की जानकारी देतीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण.
नई दिल्ली:
पिछले दो दिनों में सुरक्षाबलों पर हुए दो बड़े आतंकी हमलों के बाद रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा,' पाकिस्तान को इस हमले में उसकी भूमिका के लिए कीमत चुकानी पड़ेगी.' रक्षा मंत्री ने कहा कि वह पाकिस्तान पर कार्रवाई के लिए 'कोई समयसीमा' तो तय नहीं कर सकतीं, लेकिन पाकिस्तान को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. सुंजवान आतंकी हमले के बाद सोमवार को रक्षा मंत्री जम्मू-कश्मीर पहुंचीं थीं.
रक्षा मंत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पाक को इस हमले के सबूत भी देंगे और जवाब भी. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाक को इस करतूत की कीमत चुकानी पड़ेगी.
यह भी पढ़ें : सुंजवान आतंकी हमला: गर्भवती महिला ने बच्ची को दिया जन्म, कहा- जान बचाने के लिए सेना का शुक्रिया
हमले में पांच जवान शहीद हो गए और एक आम नागरिक की भी मौत हो गई. हमले में छह महिलाएं सहित 10 आम नागरिक भी घायल हुए थे. रक्षा मंत्री ने कहा कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि इस हमले की जांच NIA करेगी.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा की तरह इस बार भी सबूत सौंपे जाएंगे. हालांकि भारत द्वारा लगातार डोजियर सौंपने के बाद भी पाकिस्तान ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं, दूसरी ओर मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड पाकिस्तान में खुलेआम घुमते हैं.
VIDEO : सुंजवान कैंप हमला, चार आतंकी ढेर
रक्षा मंत्री ने कहा कि तीन आतंकवादी मारे गए हैं, हालांकि प्रारंभिक सूचना में चार आतंकवादियों के होने की बात पता चली थी. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि चौथे ने गाइड की भूमिका निभाई हो. यह भी आशंका है कि घुसपैठिए को स्थानीय सहायता मिली हो.
उन्होंने बताया कि सैन्य शिविर में आतंकवादी विरोधी अभियान को सोमवार की सुबह समाप्त कर दिया गया, लेकिन सफाया अभियान अभी भी जारी है. रक्षा मंत्री ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के जिस गुट ने हमला किया है हो सकता है कि वह कुछ दिल पहले घुस आया हो और संभवतः उसे स्थानीय सहयोग मिला हो.
रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों ने उस सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें जवान और उनके परिवार दोनों ही रहते थे. रक्षा मंत्री ने कहा कि यह कैंटोन्मेंट जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित है और आंतराष्ट्रीय सीमा से करीब 30 किलोमीटर दूर है. उन्होंनें कहा, 'कैन्टोनमेंट की जनसांख्यिकी और आसपास के क्षेत्र यह इशारा करते हैं कि आंतकवादियों को स्थानीय सहायता मिली होगी और इस क्षेत्र में आंतकवादी हमले की आंशंका का अलर्ट जारी किया गया.'
रक्षा मंत्री ने कहा कि चूकि आंतकवादी लड़ाकू वर्दी में थे और संभावित पीड़ितों की ही तरह प्रतीत हो रहे थे इसलिए नुकसान को कम करने के लिए अभियान को जानबूझ कर धीमा किया गया. उन्होंने कहा कि हमारी खुफिया जानकारियां इशारा कर रही हैं कि इन आंतकवादियों को सीमा पार से नियंत्रित किया जा रहा था. रक्षा मंत्री ने मारे गए सैनिकों और उनके परिजनों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वे देश को भरोसा दिलाना चाहतीं हैं कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.
इससे पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सुंजवान शिविर पर आतंकी हमले में घायल लोगों से मिलने सेना के अस्पताल पहुंचीं. अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री ने इसके बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की. रक्षा मंत्री को सुंजवान में हुए आतंकी हमले के बीच सुरक्षा स्थिति से भी अवगत कराया गया.
रक्षा मंत्री ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि पाक को इस हमले के सबूत भी देंगे और जवाब भी. उन्होंने जोर देकर कहा कि पाक को इस करतूत की कीमत चुकानी पड़ेगी.
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हमले में पांच जवान शहीद हो गए और एक आम नागरिक की भी मौत हो गई. हमले में छह महिलाएं सहित 10 आम नागरिक भी घायल हुए थे. रक्षा मंत्री ने कहा कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों ने सेना के कैंप पर हमला किया था. उन्होंने कहा कि इस हमले की जांच NIA करेगी.
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा की तरह इस बार भी सबूत सौंपे जाएंगे. हालांकि भारत द्वारा लगातार डोजियर सौंपने के बाद भी पाकिस्तान ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की है. वहीं, दूसरी ओर मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड पाकिस्तान में खुलेआम घुमते हैं.
VIDEO : सुंजवान कैंप हमला, चार आतंकी ढेर
रक्षा मंत्री ने कहा कि तीन आतंकवादी मारे गए हैं, हालांकि प्रारंभिक सूचना में चार आतंकवादियों के होने की बात पता चली थी. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि चौथे ने गाइड की भूमिका निभाई हो. यह भी आशंका है कि घुसपैठिए को स्थानीय सहायता मिली हो.
उन्होंने बताया कि सैन्य शिविर में आतंकवादी विरोधी अभियान को सोमवार की सुबह समाप्त कर दिया गया, लेकिन सफाया अभियान अभी भी जारी है. रक्षा मंत्री ने कहा कि जैश-ए-मोहम्मद के जिस गुट ने हमला किया है हो सकता है कि वह कुछ दिल पहले घुस आया हो और संभवतः उसे स्थानीय सहयोग मिला हो.
रक्षा मंत्री ने कहा कि आतंकवादियों ने उस सैन्य ठिकाने को निशाना बनाया, जिसमें जवान और उनके परिवार दोनों ही रहते थे. रक्षा मंत्री ने कहा कि यह कैंटोन्मेंट जम्मू के बाहरी इलाके में स्थित है और आंतराष्ट्रीय सीमा से करीब 30 किलोमीटर दूर है. उन्होंनें कहा, 'कैन्टोनमेंट की जनसांख्यिकी और आसपास के क्षेत्र यह इशारा करते हैं कि आंतकवादियों को स्थानीय सहायता मिली होगी और इस क्षेत्र में आंतकवादी हमले की आंशंका का अलर्ट जारी किया गया.'
रक्षा मंत्री ने कहा कि चूकि आंतकवादी लड़ाकू वर्दी में थे और संभावित पीड़ितों की ही तरह प्रतीत हो रहे थे इसलिए नुकसान को कम करने के लिए अभियान को जानबूझ कर धीमा किया गया. उन्होंने कहा कि हमारी खुफिया जानकारियां इशारा कर रही हैं कि इन आंतकवादियों को सीमा पार से नियंत्रित किया जा रहा था. रक्षा मंत्री ने मारे गए सैनिकों और उनके परिजनों के प्रति गहरा शोक व्यक्त किया और कहा कि वे देश को भरोसा दिलाना चाहतीं हैं कि उनकी शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी.
इससे पहले रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सुंजवान शिविर पर आतंकी हमले में घायल लोगों से मिलने सेना के अस्पताल पहुंचीं. अधिकारियों ने कहा कि रक्षा मंत्री ने इसके बाद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से मुलाकात की. रक्षा मंत्री को सुंजवान में हुए आतंकी हमले के बीच सुरक्षा स्थिति से भी अवगत कराया गया.
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