बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सोशल मीडिया (Social Media) पर अपनी सरकार के बारे में पॉज़िटिव ख़बरें देखना चाहते हैं. और ग़लत भ्रामक ख़बर पर उन्होंने अपने इस बार के टर्म में कार्रवाई करने की हरी झंडी दे दी थी जिसके तहत विधिवत आदेश भी जारी हुआ. इसपर उनकी काफ़ी आलोचना भी हुई. लेकिन अब प्रश्न पत्र लीक (Bihar Matric Paper Leak) के कारण चर्चा में रहने वाले बिहार शिक्षा बोर्ड ने पत्रकार और उनके ट्वीट को रिट्वीट करने वाले शख़्स के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराया है.
दरअसल ये विवाद शुक्रवार को उस समय शुरू हुआ जब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सदन में सोशल साइंस के प्रश्न पत्र लीक होने का मामला उठाया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका संज्ञान लेते हुए जांच करने के लिए कहा और वो सही निकला. जिसके कारण परीक्षा को रद्द करना पड़ा.
नीतीश कुमार को सुनिये कि आख़िर उन्हें सोशल मीडिया से चिढ़ और क्या अपेक्षा हैं । साफ़ हैं वो तेजस्वी यादव के सक्रियता से अधिक परेशान दिखते हैं । @ndtvindia @Anurag_Dwary @Suparna_Singh pic.twitter.com/GfjG7dsGEV
— manish (@manishndtv) February 21, 2021
जमुई ज़िले में प्राथमिकी दर्ज हुई और बैंक के अधिकारी और कर्मचारी गिरफ़्तार भी हुए. इस परीक्षा के रद्द होने के कारण शनिवार को पटना में एक परीक्षा केंद्र के बाहर काफ़ी तोड़ फोड़ भी हुई. लेकिन शनिवार को एक बार फिर अंग्रेज़ी के प्रश्न पत्र लीक होने की अफ़वाह उड़ी. कुछ चैनलों के पत्रकारों ने इसके बारे में ट्वीट भी कर दिया. लेकिन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि जिस प्रश्न पत्र के लीक होने की ख़बर है वो पिछले साल का था और रविवार को बक़ायदा इसके बारे में विज्ञापन भी दिया गया.
लेकिन जिस पत्रकार (उत्कर्ष सिंह) और उनके ट्वीट को रीट्वीट करने वाले राहुल सिंह नाम के शख्स के ख़िलाफ़ ग़लत प्रश्न पत्र ट्वीट करने का मामला हुआ है. दरअसल उन्होंने वह ट्वीट किया ही नहीं था, बल्कि उनका ट्वीट बस इतना था.
बिहार बोर्ड की मैट्रिक परीक्षा के लगातार चौथे दिन पेपर लीक की खबरें आ रही है, पेपर शुरू होने से काफी देर पहले ही whatsapp पर पेपर की फोटो viral हो गई।
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) February 20, 2021
कल विधानसभा में मुद्दा उठने के बाद पेपर रद्द कर दिया लेकिन लोग सवाल कर रहे हैं कि बाकी पेपर्स का क्या? बोर्ड को सफाई देनी चाहिए।
लेकिन अब ये पूरा मामला राजनीतिक रंग लेता नजर आ रहा हैं. रविवार को इस मुद्दे पर स्वास्थ्य विभाग के एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने अधिकारियों को भ्रामक ख़बर चलाने वाले के ख़िलाफ़ कारवाई करने को कहा था. उसके आधार पर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है.
पेपर लीक की खबरें देने वाले पत्रकारों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना में FIR दर्ज कराई।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 21, 2021
टॉपर घोटाले के संरक्षक मुख्यमंत्री “हर वर्ष, हर परीक्षा का हर पेपर लीक” करने-कराने वाले उच्च अधिकारियों को पदोन्नति और ईनाम देंगे लेकिन सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों को जेल भेजेंगे।
फ़िलहाल सबकी नज़र इस बात पर टिकी हैं कि पटना पुलिस आख़िर क्या कारवाई करती है.
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