लोकसभा चुनाव में विपक्षी इंडिया गठबंधन के बेहतर प्रदर्शन के बाद शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने (यदि परिस्थिति बनती है) का समर्थन किया है. राउत ने कहा, "अगर राहुल गांधी नेतृत्व स्वीकार करने के लिए तैयार हैं, तो हमें आपत्ति क्यों होगी? उन्होंने खुद को कई बार राष्ट्रीय नेता के रूप में साबित किया है. वो लोकप्रिय नेताओं में से एक हैं. हम सभी उन्हें चाहते हैं. कोई आपत्ति या मतभेद नहीं है."
दरअसल मुंबई में संवाददाताओं से संजय राउत से पूछा था कि यदि संभावना बनती है तो क्या वो राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार करेंगे?
उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनता दल (यूनाइटेड) और चंद्रबाबू नायडू की तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) द्वारा भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को समर्थन देने पर भी कटाक्ष किया.
शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा, "वे दो स्तंभों - टीडीपी और जेडी (यू) के समर्थन से जो सरकार बनाना चाहते हैं, वह किसी भी क्षण कमजोर हो सकती है. 'मोदी ब्रांड' अब समाप्त हो गया है."
उन्होंने कहा, "भाजपा के पास जनादेश नहीं है. क्या होगा अगर चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार लोकतंत्र के साथ आगे बढ़ने और लोकतांत्रिक प्रणाली में काम करने का फैसला करते हैं? चाहे वो चंद्रबाबू नायडू हों या नीतीश कुमार, दोनों ने हमेशा लोकतंत्र का समर्थन किया है."
चंद्रबाबू नायडू ने भाजपा को समर्थन दिया है और पुष्टि की है कि वो "एनडीए का हिस्सा" हैं. उन्होंने कहा, "मैंने देश में कई राजनीतिक बदलाव देखे हैं. मैं एनडीए में हूं."
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 240 सीटें जीतीं हैं, जो 2019 की 303 सीटों से 63 कम है. वहीं कांग्रेस की सीटों की संख्या काफी बढ़ी है, इस बार पार्टी 99 सीटें जीतने में कामयाब रही, जो पिछली बार 52 थी. इंडिया ब्लॉक के प्रदर्शन ने सभी पूर्वानुमानों को झुठला दिया.
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