तिरुवनंतपुरम:
केरल के तिरुवनंतपुरम में पद्मनाभस्वामी मंदिर के तहखानों में रखे खजाने का हिसाब लगा रही टीम को अपना काम रोकना पड़ा है, क्योंकि छठा और आखिरी तहखाना नहीं खुल सका है। टीम का कहना है कि आखिरी तहखाने का बाहरी दरवाजा तो खुल गया था, लेकिन इसके भीतर लोहे की दीवार बनी हुई है। मंदिर के रिकॉर्ड के मुताबिक यह तहखाना आखिरी बार 136 साल पहले खोला गया था। सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर में रखे खजाने का आकलन करने और एक लिस्ट तैयार करने के लिए रिटायर जज एनएम कृष्णन के नेतृत्व में सात सदस्यों का एक पैनल बनाया है। कृष्णन के मुताबिक छठे तहखाने को खोलने में कुछ तकनीकी समस्याएं हैं, जिसके लिए जानकारों की जरूरत होगी। शुक्रवार को पैनल एक बैठक करके इसके सभी पहलुओं पर विचार करके कोई फैसला लेगी। केरल के पद्मनाभस्वामी मंदिर के अब तक जो पांच तहखाने खुले हैं, उनमें से कीमती पत्थर, सोने और चांदी का भंडार निकल चुका है। अब तक मिले खजाने की कीमत एक लाख करोड़ रुपये तक आंकी जा चुकी है। हालांकि इतिहासकारों का कहना है कि इस खजाने के पुरातात्विक महत्व को ध्यान में रखा जाए, तो इसकी सही कीमत का अंदाजा लगाना मुश्किल है। अभी एक और तहखाना खुलना अभी बाकी है, इसलिए कहा जा रहा है कि ये अब तक सबसे अमीर माने जाने वाले तिरुपति मंदिर से भी ज्यादा अमीर मंदिर साबित होगा। जहां तक खजाने का सवाल है मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने साफ किया है कि ये खजाना मंदिर का है और उसके ही पास रहेगा। सरकार केवल इस पर नजर रखेगी। केरल के श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर से निकले खजाने को देखते हुए मंदिर की रात-दिन चौकसी की जा रही है। तिरुवनंतपुरम के फोर्ट थाने में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से मंदिर के आसपास हर हरकत पर नजर रखी जा रही है। मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे एडीजीपी वेणुगोपाल के नायर ने कहा कि सुरक्षा इंतजाम काफी कड़े किए गए हैं। पुलिस ने तहखानों से मिले खजाने के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार किया है। पुलिस का कहना है कि इससे खजाने की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय बैठक के बाद मंदिर की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
केरल, मंदिर, खजाना, पद्मनाभस्वामी मंदिर, तहखाना, तिरुवनंतपुरम