भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर तनाव घटाने के लिए आज दोपहर बाद चार बजे फ्लैग मीटिंग हुई। पाकिस्तान रेंजर्स के साथ बीएसएफ की यह बैठक कंपनी कमांडर स्तर की हुई। इस बैठक में पाकिस्तान ने और फ्लैग मीटिंग कराने की मांग की है। साथ पाकिस्तान ने उच्च स्तरीय कमांडर स्तर की बात की मांग की है।
वहीं, बीएसएफ ने कहा कि हम इस मुद्दे पर वरिष्ठ अधिकारियों से बात करके अगली बैठक के संबंध निर्णय लेेंगे।
यह मीटिंग जम्मू के पास अखनूर सेक्टर के निकोवाल पोस्ट में हुई, लेकिन आरएसपुरा और अरनिया सेक्टर में जहां पाकिस्तान की ओर से सबसे ज्यादा फायरिंग हुई, वहां पर कोई फ्लैग मीटिंग नहीं हुई है। इस बारे में पूछे जाने पर बीएसएफ के एक अधिकारी ने बताया कि अमूमन हम उस जगह पर बातचीत नहीं करते हैं जहां पर गोलीबारी हुई है। इससे तनातनी बढ़ने की आशंका रहती है।
उल्लेखनीय है कि यह बातचीत अच्छे माहौल में हुई क्योंकि पिछले दो दिनों से सीमा पर कोई गोलीबारी की घटना नहीं घटी है।
बता दें कि जम्मू से सटे आरएस पुरा सेक्टर में फायरिंग से पांच हजार परिवार घर बार छोड़कर विस्थापित हुए हैं। और अभी ये लोग फायरिंग के डर से घरों को लौटने को तैयार नहीं हैं। फिलहाल प्रशासन की ओर से इन लोगों को सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।
मंगलवार को ही भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ की मीटिंग में जमीनी स्तर पर फ्लैग मीटिंग करने का फैसला लिया गया था। मंगलवार को हुई मीटिंग में भारत की ओर से डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल पी कुमार ने पाकिस्तानी डीजीएमओ मेजर जनरल आमिर रियाज के सामने इस बात पर कड़ा विरोध जताया कि एलओसी और इंटरनेशनल बॉर्डर पर पाकिस्तान की ओर से इतना सीजफायर का उल्लंघन क्यों हो रहा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं