
- ED ने पंजाब के चार ठिकानों पर नशा मुक्ति केंद्रों के नाम पर नशे के कारोबार की जांच के लिए छापेमारी की.
- जांच में पता चला कि डॉ. अमित बंसल पंजाब में 22 नशा मुक्ति केंद्रों के जरिए BNX दवाओं की अवैध बिक्री कर रहे थे.
- BNX दवा का इस्तेमाल इलाज के बजाय नशे के लिए गलत तरीके से किया जा रहा था, जिसे ईडी ने बेनकाब किया.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब में नशा मुक्ति केंद्रों के नाम पर नशे का गोरखधंधा बेनकाब करने का मामला सामने आया है. ईडी ने कुल चार ठिकानों पर छापेमारी की है. ये केंद्र चंडीगढ़, लुधियाना, बरनाला और मुंबई में हैं. ईडी ने ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में की गई है. ये पूरा मामला ईडी के पंजाब के 22 प्राइवेट नशा मुक्ति केंद्रों में ड्रग्स की अवैध बिक्री से जुड़ी हुई है.
ईडी की जांच में पता चला है कि डॉ.अमित बंसल और अन्य के खिलाफ पंजाब पुलिस की दर्ज एफआईआर के आधार पर शुरू हुई. बंसल पूरे पंजाब में 22 नशा मुक्ति केंद्र चलाते हैं. इन केंद्रों को BNX (बुप्रेनोर्फिन/नालोक्सोन) दवा केवल इलाज के लिए दी जाती है लेकिन इसे नशे के लिए गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा था.
ईडी को जांच में पता चला है कि डॉ. अमित बंसल ने इन केंद्रों के जरिए BNX दवाओं की अवैध बिक्री की. ड्रग इंस्पेक्टर रूपिंदर कौर, जिन्होंने अस्पतालों से दवाओं की चोरी से जुड़ी गलत रिपोर्ट तैयार करने में डॉ. बंसल की मदद की,उन्हें भी छापेमारी में शामिल किया गया. BNX दवा बनाने वाली रुसन फार्मा लिमिटेड पर भी ईडी ने छापा मारा है. ये कार्रवाई बताती है कि कैसे इलाज के नाम पर पंजाब में नशे का कारोबार फल-फूल रहा था.
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