
भारत-चीन बॉर्डर की फाइल तस्वीर.
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भारत का 38 हजार वर्ग किलोमीटर भूभाग चीन का कब्जा
पाकिस्तान ने POK के 5180 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र चीन को दिया
'वन बेल्ट, वन रोड' को लेकर भारत-चीन के रिश्ते तल्ख
विदेश मंत्रालय ने कहा, 'जम्मू कश्मीर राज्य भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा है और यह बात उच्चतम स्तरों सहित कई अवसरों पर चीन को स्पष्ट कर दी गयी है.' विदेश मंत्रालय का यह बयान ऐसे समय में महत्वपूर्ण है जब चीन के 'वन बेल्ट, वन रोड' को लेकर दोनों देशों के रिश्ते तनावपूर्ण हैं. यह गलियारा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है . इसी कारण भारत ने चीन के 'वन बेल्ट, वन रोड' पर आयोजित सम्मेलन का बहिष्कार किया था.
लोकसभा में कुछ समय पहले पेश दस्तावेजों में मंत्रालय ने कहा था कि साल 1996 में चीन के तत्कालीन राष्ट्रपति च्यांग चेमिन की भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों ने एलएसी पर सैन्य क्षेत्र में विश्वास बहाली के कदम के बारे में समझौते पर हस्ताक्षर किए थे. जून 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की चीन यात्रा के दौरान दोनों पक्षों में से प्रत्येक ने इस बारे में विशेष प्रतिनिधि नियुक्त करने पर सहमति जताई थी ताकि सीमा मुद्दे के समाधान का ढांचा तैयार करने की संभावना तलाशी जा सके. इस विषय पर अब तक दोनों पक्षों की कई बैठकें हो चुकी है लेकिन सीमा विवाद पर कोई प्रगति होती नहीं दिख रही है.
सूचना के अधिकार के तहत विदेश मंत्रालय से यह पूछा था कि चीन ने भारत के कितने क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है और इस बारे में सरकार ने क्या पहल की है. रक्षा मामलों के विशेषज्ञ राहुल के भोंसले ने कहा कि पिछले 30 साल से सीमा मुद्दे पर चर्चा चल रही है लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकल रहा है और एक बड़ा क्षेत्र अभी भी चीन के कब्जे में है और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण की घटनाएं भी जारी है.
उन्होंने कहा कि वास्तव में चीन की ऐसी गतिविधियों से सचेत होने की जरूरत है और उसका इरादा बिल्कुल स्पष्ट है. हमें चीन के संदर्भ में 1962 के बाद की स्थिति में सामरिक परिपेक्ष में अपनी नीति को देखना होगा .
सामरिक मामलों के जानकार राजीव नयन ने कहा कि हमारी नीति काफी रक्षात्मक नजर आती है और चीन इसी का फायदा उठाता है. हमें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस विषय को प्रभावी ढंग से उठाना चाहिए और जापान, वियतनाम और सिंगापुर जैसे देशों से रक्षा एवं अन्य संबंधों को बढ़ाना चाहिए.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)