पटना:
पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में शराबबंदी के अभियान की तारीफ क्या कर दी, अब बिहार सरकार ने इस मुद्दे पर मानव श्रृंखला का मार्ग दोगुना कर दिया हैं. नीतीश कुमार ने पिछले महीने पूरे राज्य में 5000 किमी में शराबमुक्त बिहार के समर्थन में इस मानव श्रृंखला की घोषणा की थी.
लेकिन अब राज्य सरकार का अनुमान हैं कि एक किलोमीटर में 2000 से ज़्यादा आदमी खड़े नहीं रह सकते इसलिए अब ये मानव श्रृंखला क़रीब 11 हजार किमी से अधिक में फैली होगी.
इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि 21 जनवरी के इस आयोजन में विश्व में सबसे लंबी श्रृंखला होगी. हालांकि इसे राज्य सरकार आयोजित कर रही है लेकिन आम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों को भी ज़िम्मा दिया जा रहा हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मद्य निषेध संदेश राज्य के हर घर-घर में भेजा जा रहा है. हालांकि इस श्रृंखला का समय अभी तय नही है लेकिन राज्य सरकार के तय कार्यक्रम के अनुसार ये आधे घंटे का कार्यक्रम होगा जिसकी रिकॉर्डिंग हर ज़िले में ड्रोन कैमरों के माध्यम से की जाएगी. इसके अलावा पूरे राज्य के सेटेलाइट इमेज के लिए भी इसरो से संपर्क किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी के नीतीश सरकार की तारीफ़ के बाद राज्य सरकार को लगता है कि ऐसे कार्यक्रम से पड़ोसी राज्यों खासकर झारखंड सरकार पर एक दबाव बनेगा कि वो नशामुक्ति और शराबबंदी की दिशा में कुछ ठोस कदम उठाएं. अभी तक झारखंड में रघुबर दास सरकार यह कहकर पल्ला झाड़ लेती है कि मात्र शराब की ख़रीद बिक्री पर प्रतिबंध लगाने से लोग पीना बंद नहीं कर देते बल्कि इसके लिए जन जागरण सबसे ज़रूरी है.
बिहार में पिछले साल अप्रैल में शराबबंदी लागू होने के बाद अब तक 16 हज़ार से अधिक लोग इस आधार पर जेल जा चुके हैं कि वो या तो शराब की ख़रीद बिक्री में लगे थे या शराब पीने के बाद पुलिस की गिरफ़्त में आए.
लेकिन अब राज्य सरकार का अनुमान हैं कि एक किलोमीटर में 2000 से ज़्यादा आदमी खड़े नहीं रह सकते इसलिए अब ये मानव श्रृंखला क़रीब 11 हजार किमी से अधिक में फैली होगी.
इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह का कहना है कि 21 जनवरी के इस आयोजन में विश्व में सबसे लंबी श्रृंखला होगी. हालांकि इसे राज्य सरकार आयोजित कर रही है लेकिन आम लोगों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए पंचायतों को भी ज़िम्मा दिया जा रहा हैं.
इसके अलावा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का मद्य निषेध संदेश राज्य के हर घर-घर में भेजा जा रहा है. हालांकि इस श्रृंखला का समय अभी तय नही है लेकिन राज्य सरकार के तय कार्यक्रम के अनुसार ये आधे घंटे का कार्यक्रम होगा जिसकी रिकॉर्डिंग हर ज़िले में ड्रोन कैमरों के माध्यम से की जाएगी. इसके अलावा पूरे राज्य के सेटेलाइट इमेज के लिए भी इसरो से संपर्क किया गया है.
प्रधानमंत्री मोदी के नीतीश सरकार की तारीफ़ के बाद राज्य सरकार को लगता है कि ऐसे कार्यक्रम से पड़ोसी राज्यों खासकर झारखंड सरकार पर एक दबाव बनेगा कि वो नशामुक्ति और शराबबंदी की दिशा में कुछ ठोस कदम उठाएं. अभी तक झारखंड में रघुबर दास सरकार यह कहकर पल्ला झाड़ लेती है कि मात्र शराब की ख़रीद बिक्री पर प्रतिबंध लगाने से लोग पीना बंद नहीं कर देते बल्कि इसके लिए जन जागरण सबसे ज़रूरी है.
बिहार में पिछले साल अप्रैल में शराबबंदी लागू होने के बाद अब तक 16 हज़ार से अधिक लोग इस आधार पर जेल जा चुके हैं कि वो या तो शराब की ख़रीद बिक्री में लगे थे या शराब पीने के बाद पुलिस की गिरफ़्त में आए.
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